रामकुमार ने दावा किया कि उसके पास कर्ज लौटाने के लिए धन नहीं है और दबाव में उसके पास अब अपनी किडनी बेचने के अलावा कोई रास्ता नहीं रह गया है। इसलिए उसने अपनी किडनी को बेचने संबंधी पोस्टर लगाए हैं। इस संबंध में प्रतिक्रिया पूछे जाने पर सहारनपुर के मंडलायुक्त संजय कुमार ने कहा, यह मामला अभी उनकी जानकारी में आया है।
उन्होंने कहा कि वे इस बात की जांच कराएंगे कि किस स्तर पर इस किसान को बैंक द्वारा ॠण वितरण नहीं किया गया। उन्होंने कहा, जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि किस कारण से किसान रामकुमार को बैंक द्वारा ॠण का वितरण नहीं किया गया है।