राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या संसद में इस पर विधेयक लाया जाएगा तो पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उमा भारती ने कहा कि समय बताएगा कि कैसे मंदिर का निर्माण कराना है। लेकिन यह सच है कि हर हाल में मंदिर बनेगा और विपक्ष भी चाहता है कि मंदिर बने पर वह राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का हवाला दे रहा है।
उसके बाद कानपुर के बिठूर में स्वच्छता सम्मेलन संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा कि गंगा को निर्मल बनाने में हमें आपका भी सहयोग चाहिए और इसमें इसमें सरकार तो गंगा को निर्मल बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है लेकिन जनसहभागिता बहुत जरूरी है। लोगों को चाहिए कि गंगा को निर्मल बनाने के लिए जिस प्रकार से अपनी बेटी के लिए जिम्मेदारी निभाते हैं ठीक वैसे ही गंगा के लिए बेटी जैसी जिम्मेदारी निभाएं।
उन्होंने कहा कि नदी और नारी एक समान है और दोनों को सुरक्षा की जरूरत है। हालांकि हम लोग गंगा को मां का दर्जा देते हैं और उसका सम्मान भी करते हैं पर उसका ख्याल नहीं रखते। जिस प्रकार घर में बेटी का जन्म होता है तो पिता उसके जन्म के साथ उसकी पढ़ाई-लिखाई से लेकर शादी तक बराबर चिंतित रहता है ठीक उसी प्रकार हमें गंगा को लेकर चिंतित होना चाहिए।