आग बुझाने के अलावा कृत्रिम वर्षा कराने पर विचार कर रही उत्तराखंड सरकार

निष्ठा पांडे

रविवार, 11 अप्रैल 2021 (20:15 IST)
देहरादून। उत्तराखंड हाईकोर्ट के कृत्रिम वर्षा कराने के निर्देश के बाद उत्तराखंड में वनाग्नि नियंत्रण को लेकर इसको कराने के तमाम अन्य लाभ पर भी सरकार विचार कर रही है।जिसमें बादल फटना और प्रदूषण नियंत्रण जैसे विषय भी शामिल हैं।

उत्तराखंड के जंगलों में सुरसा के मुंह की तरह फैलती जा रही आग को रोकने को वन विभाग ने 10000 कर्मचारियों के साथ-साथ वन विभाग के तमाम संसाधन और केंद्र द्वारा भेजे गए हेलीकॉप्टर आग बुझाने को झोंके हैं तथापि आग बेकाबू ही हो रही है।

बेकाबू होती आग का स्वत: संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट उत्तराखंड ने पिछले दिनों सरकार को कृत्रिम वर्षा कराकर इस पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद प्रदेश की हाल ही में हुई कैबिनेट में कृत्रिम वर्षा के साथ-साथ अन्य विकल्पों पर भी विचार किया गया, जिससे वनों में लगी आग को बुझाने में सहायता मिल सके।

अब यह सोच भी सामने आ रहा है कि कृत्रिम वर्षा से न केवल आग बुझाई जा सकती है, बल्कि बादल फटने की घटनाओं को भी टाला जा सकता है और इससे  प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद संभव है।वनमंत्री हरक सिंह रावत के अनुसार कैबिनेट बैठक में इसको लेकर विचार हुआ है।

हरीश रावत को एम्स से मिली छुट्टी : 17 दिन तक कोरोना से जूझते हुए आखिरकार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एम्स से डिस्चार्ज हो गए। 25 मार्च को कोरोना से संक्रमित होने पर रावत सपरिवार दिल्ली एम्स में एडमिट हो गए थे। पूर्व सीएम हरीश रावत की कोरोना के उपचार के बाद वापसी से सल्ट चुनाव में गर्माहट आ सकती है।

यह उपचुनाव आम चुनावों से पूर्व का उपचुनाव होने से इस पर सूबे की निगाहें हैं। यहां 17 अप्रैल को वोट पड़ेंगे। राजनीतिक दल इस उपचुनाव में जीत के जरिए प्रदेश में एक संदेश देना चाहते हैं। सीएम तीरथ रावत का भी भाजपा प्रत्याशी महेश जीना के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए 15 अप्रैल को सल्ट जाने का कार्यक्रम है। कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचौली के समर्थन में पूर्व सीएम हरीश भी सल्ट का दौरा कर सकते हैं।

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सल्ट में डटे हैं।कांग्रेस का दावा है कि भाजपा चुनाव सत्ता और धन बल का भरपूर इस्तेमाल कर रही है, लेकिन जनता भाजपा से बेहद नाराज है। कांग्रेस इस चुनाव में निश्चय ही जीत हासिल करेगी।

रविवार को कोरोना विस्फोट : उत्तराखंड में रविवार 11 अप्रैल को फिर से कोरोना का विस्फोट हुआ है । इस साल के सबसे ज्यादा नए केस एक दिन में दर्ज किए गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को 1333 नए संक्रमित मिले। 243 लोग स्वस्थ हुए। 8 लोगों की प्रदेश में कोरोना से मौत हुई।

प्रदेश में अब 7323 कोरोना के एक्टिव केस हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने उत्तराखंड के 52 स्थानों पर लॉकडाउन लगाया है। देहरादून नगर निगम, कैंट, क्लेमेंटाउन क्षेत्र में रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है।

उत्तराखंड में बनाए गए 52 कंटेनमेंट जोन में से देहरादून जिले में 27, हरिद्वार में 6, नैनीताल में 18, टिहरी जिले में एक कंटेनमेंट जोन है। इन क्षेत्र में किसी को भी घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। एक तरह से यहां पूर्ण लॉकडाउन है। आवश्यक वस्तु के लिए यहां के लोगों के परिवार के एक सदस्य को ही मोबाइल वेन तक जाने की अनुमति है।
 
दूसरी तरफ कोरोना के टीका उत्सव के पहले दिन उत्तराखंड के अधिकांश टीकाकरण केंद्रों में ताले लटके मिले। जहां बची खुची वैक्सीन है, वहां टीके लग रहे हैं। रविवार 11 अप्रैल की सुबह कोरोना वैक्सीन की नई खेप उत्तराखंड पहुंच गई है।

कल तक इसे वैक्सीनेशन केन्द्रों तक भेजा जा सकेगा। तब यहां टीकाकरण उत्सव की शुरुआत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों की बैठक में 11 अप्रैल ज्योतिबा फुले के जन्मदिन से लेकर 14 अप्रैल, बाबा साहब आंबेडकर के जन्मदिन तक देश में ‘टीका उत्सव’ मनाने का आव्हान किया था।

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