सिंह ने बताया कि शुक्रवार को घटना का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें प्रखंड प्रमुख और उनके साथी खुलेआम महिलाओं की पिटाई करते देखे गए। इस पर तत्काल स्थानीय थाना पुलिस की भूमिका संदिग्ध देखते हुए सीओ सदर विनय कुमार द्विवेदी को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया जाँच में सराय ख्वाजा पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाई गई। रिपोर्ट के आधार पर थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेश यादव और तीन उप निरीक्षकों जगदीश यादव, कौशलेंद्र दुबे और प्रभु दयाल को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया गया। पुलिस ने पांच आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी तथा प्रखंड प्रमुख अब भी फरार है।