बेगरा में कई घरों को जलाया : संदिग्ध उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले के बाहरी गांवों लामताई खुनौ, दिबोंग खुनौ, नूनखाल और बेगरा में कई घरों को जला दिया था। इन गांवों के लोग जिरी खेल परिसर में बनाए गए राहत शिविर में रह रहे थे। एक अधिकारी ने बताया कि नए शिविरों में भेजे गए अधिकतर लोग जिरीबाम शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित गांवों में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में और अधिक सुरक्षाकर्मियों को भेजा गया है।
लाइसेंसी हथियार लौटाने की मांग : एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित गुरुवार को सुबह अपने खेत पर गया था, जहां से वह लापता हो गया। बाद में उसका शव बरामद किया गया। स्थानीय लोगों ने हत्या के बाद जिरीबाम थाने के बाहर विरोध जताया और मांग की कि चुनाव के मद्देनजर उनसे लिए गए लाइसेंसी हथियार अब उन्हें लौटा दिए जाएं।
जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों की मौत : मणिपुर में पिछले साल से मई से जारी हिंसा से अब तक जिरीबाम अप्रभावित रहा है। यहां भी मेइती, मुस्लिम, नागा, कुकी और गैर-मणिपुरी लोग रहते हैं। इम्फाल घाटी में रहने वाले मेइती और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी लोगों के बीच पिछले साल मई से जारी जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।(भाषा)