दरअसल, मुख्यमंत्री बनने से पहले आदित्यनाथ को योगी आदित्यनाथ ही लिखा जाता था। गोरखनाथ पीठ के महंत होने के नाते महंत आदित्यनाथ भी लिखा जाता है। जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तब शपथ में आदित्यनाथ योगी ही बोला था। साथ ही उस समय मुख्यमंत्री आवास के बाहर लगी नाम पट्टिका पर आदित्यनाथ योगी ही लिखा गया था।
हाल ही जानकारी आई है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास के बाहर नाम पट्टिका में फिर बदलाव हुआ है। अब वहां पर आदित्यनाथ योगी के स्थान पर योगी आदित्यनाथ लिखा हुआ है। हालांकि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन लोगों के मन में एक जिज्ञासा जरूर है कि आखिर ऐसा हुआ क्यों? अब इसका जवाब तो मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही दे सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं। वे राज्य में जगह जगह दौरे कर व्यवस्थाओं को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। एंटी रोमियो स्क्वाड के गठन को लेकर भी उनकी खूब तारीफ हो रही है। गोमती रिवर फ्रंट का दौरा कर योगी ने अधिकारियों को पसीना पोंछने पर मजबूर कर दिया था।