उज्जैन की श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने शिवलिंग के क्षरण की आशंका के मद्देनजर पाँच अलग-अलग द्रव्यों को मिलाकर एक तंत्र पंचामृत पूजन का निर्णय लिया है। इसके अलावा भात पूजन पर रोक लगाई जा रही है। मंदिर में पूजन के दौरान दूध, घी, दही, शहद और शक्कर अलग-अलग बड़ी मात्रा में चढ़ाकर रगड़ा जाता है।
इस प्रक्रिया के चलते शिवलिंग के क्षरण की आशंका को देखते हुए समिति के समक्ष एक तंत्र पंचामृत पूजन करने का प्रस्ताव रखा गया। इसे शास्त्रोक्त और विद्वत परिषद की बैठक में लिए गए निर्णय का हवाला देकर स्वीकार कर लिया है।
इसके अलावा श्री महाकालेश्वर मंदिर में भात पूजन की विधि में शिवलिंग पर बड़ी मात्रा में भात भी चढ़ाए जाते हैं, जिससे शिवलिंग पर चिकनाई जमा होती है और इसे हटाने के लिए भी शिवलिंग को रगड़ा जाता है।