सात-सात-सात का योग - शुभ होगा आने वाला समय

- पं. अशोक पंवार 'मयंक'

सात, सात, सात का योग सन्‌ 7-7-107, में फिर 7-7-1007 में अब 7-7-2007 को आ रहा है, देखा जाए तो एक हजार साल बाद ही यह योग बनता है व इसी तरह बनता रहेगा। तीन सात को जोड़ा जाए तो कुल योग तीन बनता है, जो गुरु का अंक माना गया है। इसमें पुरा सन्‌ याने 2007 नहीं लेते, सिर्फ वर्ष को ही लिया जाता है। देखा जाए तो इस दिन जन्म लेने वाला बालक विलक्षण प्रतिभा का धनी होगा। इसके कार्य एवं प्रयत्नों से ही परवान चढ़ेंगे।

सात का अंक अंकशास्त्र के अनुसार नेप्च्यून को माना गया है। इस अंक के जोड़ वाले जातक खोजी प्रवृत्ति के, मिली-जुली कदकाठी के, परिश्रमी, यात्रा-प्रेमी, कवि-हृदय, मनौवैज्ञानिक होते हैं। अगर सन्‌ व मास को जोड़ें तो 14 अंक बनता है। यह बुध का अंक है। अतः इस दिन जन्म लेने वाला बालक नेप्च्यून, बुध, गुरु से प्रभावित रहेगा। विद्या, बुद्धि के मामलों में ऐसा बालक सबसे अलग हटकर होगा। वह जो भी कार्य करेगा, उसमें सफलता प्राप्‍त करने तक लगे रहने की क्षमता होगी। इसका वैवाहिक जीवन मिला-जुला रहेगा।

वह मनोरोग चिकित्सक या बच्चों के रोगों का विशेषज्ञ भी बन सकता है। वह गुप्‍तचर या वैज्ञानिक भी हो सकता है। इन क्षेत्रों में उसे सफलता मिलने की संभावना है। वैवाहिक संबंध में देखा जाए तो इस दिन विवाह करना शुभ नहीं होगा, क्योंकि इस दिन शनिवार व मालाष्टमी है। वही मीन राशि है व शनि मंगल का दृष्टि संबंध भी चल रहा है व पंचक भी है। इन सबको ध्यान में रखा जाए तो निश्चित ही यदि इस दिन किसी ने विवाह किया है तो उसका वैवाहिक जीवन बहुत अच्‍छा नहीं होगा।

आने वाले समय में 7-7-2007 के बाद धर्म-कर्म के मामलों में जनता का रुझान बढ़ेगा। न्यायपालिका तेज होगी, प्रशासनिक क्षमताओं में सुधार होगा, अन्न का भण्डार बढ़ेगा। सोना व पीली वस्तुओं में तेजी आने की संभावना रहेगी। साथ ही जिस जातक का गुरु प्रबल होगा यानि स्व राशि धनु मीन या उच्च का हो तो उन्हें सफलता अवश्‍य मिलेगी। वर्तमान में मंगल की राशि वृश्चिक से गुरु का गोचरीय भ्रमण चल रहा है व 2007 में धनु से भ्रमण होगा। अतः आने वाला वर्ष शुभ होगा।

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