शास्त्रों में वर्णित है कि पौष, माघ, अगहन के महीने में नदी, सरोवर के जल में स्नान कर सूर्य को गायत्री मंत्र उच्चारण करते हुए अर्घ्य देना चाहिए। यह क्रिया आपको अमोघ फल प्रदान करेगी।
* सोमवती अमावस्या के दिन 108 बार तुलसी परिक्रमा करें।
* इसके अलावा मंत्र जाप, सिद्धि साधना एवं दान कर मौन व्रत को धारण करने से पुण्य प्राप्ति और भगवान का आशीर्वाद मिलता है।