आचार्य चाणक्य जीवन दर्शन के ज्ञाता थे। वे महान शिक्षक भी थे। उन्होंने जीवन में जो अनुभव प्राप्त किए, जिन नियमों का निर्माण किया, उन्हीं का उपदेश देकर वे इतिहास में अमर हो गए।
जानिए, चाणक्य के अनुसार ऐसी चार बातें जो हमेशा गुप्त रखनी चाहिए।
1. कहा जाता है कि ज्ञानी वही है जो मान और अपमान में सदैव समान रहे, लेकिन ऐसा कर पाना बहुत कठिन होता है। आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जीवन में मिला अपमान दूसरों के सामने कभी चर्चा का विषय नहीं बनाना चाहिए। हो सकता है कि आप ऐसा कर अपने मन की बात कहना चाहते हों परंतु अगर सुनने वाला व्यक्ति दूसरों को इसके बारे में बता दे तो इससे अपमान में वृद्धि हो जाती है। इसलिए अपमान से जुड़ी घटना कभी किसी को नहीं बतानी चाहिए।
2. पुरुष को अपने घर की बातें सबको नहीं बतानी चाहिए। विशेष रूप से अपनी पत्नी के चरित्र पर दूसरों के सामने कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने वाले पुरुष की प्रतिष्ठा, सम्मान का नाश होता है। भविष्य में उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
3. आचार्य चाणक्य ने कहा है कि अगर मन में कोई दुख हो तो वह भी किसी के सामने अभिव्यक्त नहीं करना चाहिए, क्योंकि संसार में सच्चे हितैषी बहुत कम होते हैं। संभव है कि वह व्यक्ति पीछे से उन्हीं दुखों के आधार पर व्यक्ति का मजाक उड़ाए। इससे दुखी मनुष्य का दुख और बढ़ सकता है। जहां तक संभव हो ऐसी बात सार्वजनिक नहीं करनी चाहिए।