इसके अलावा यज्ञादि विशेष कर्म और तीर्थ में जाकर भी मुंडन किया जाता है। दाह संस्कार के समय मृत व्यक्ति के पुरुष परिजनों के सिर मुंडाने की प्रथा चली आ रही है। मुंडन कराने के दो कारण हैं- पहला यह कि मृत व्यक्ति के प्रति श्रद्धा और सम्मान प्रकट कर उसे कम से कम तब तक याद रखना, जब तक कि मुंडन रहता है।