3. बुरी आदतें: चाणक्य नीति कहती है कि पैसा आते ही व्यक्ति नए नए शौक पालने लगता है। वह मजा मस्ती में रुपए उजाड़ता है। खासकर यदि बुरी आदत लग जाएग तो बुरी आदतें व्यक्ति को बहुत तेजी से गर्त में ले जाती है। जैसे नशा, जुआ, अयैय्शी जैसी आदतों के चक्कर में व्यक्ति दिन-रात पैसा लुटाता है। ऐसा व्यक्ति करोड़पति भी हो तो उसे कंगाल बनने से कोई रोक नहीं सकता।
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