रिकॉर्ड 23वें स्वर्ण के साथ माइकल फेल्प्स ने ली विदाई

रविवार, 14 अगस्त 2016 (20:09 IST)
रियो डि जेनेरियो। अपने 5वें और अंतिम ओलंपिक में खेल रहे विश्व के सर्वश्रेष्ठ तैराक अमेरिका के माइकल फेल्प्स ने रियो में अपने 5वें और ओलंपिक में रिकॉर्ड 23वें स्वर्ण पदक के साथ इन खेलों को अलविदा कह दिया।
रियो खेलों के बाद संन्यास की ओर इशारा कर चुके 31 वर्षीय फेल्प्स जब ट्रॉयल हीट में उतरे थे तब उन्होंने हाथ से 5 का इशारा किया था। उस समय खुद फेल्प्स को भी शायद अंदाजा नहीं होगा कि वे 5वें और अंतिम ओलंपिक में 5 स्वर्ण जीत कर शानदार विदाई लेंगे। उन्होंने रियो में अपनी आखिरी 4x100 मीटर मेडले रिले स्पर्धा में स्वर्ण जीतकर करियर में ओलंपिक स्वर्ण पदकों की कुल संख्या को 23 तक पहुंचा दिया। 
 
इस शानदार रिकॉर्ड के बाद फेल्प्स ने कहा कि पूल में आखिरी बार उतरते समय मुझे लगा कि मैं रो ही दूंगा। आखिरी वार्मअप, आखिरी बार स्विम सूट पहनना, आखिरी बार अपने देश के हजारों लोगों के सामने पूल में उतरना। मैं इसी तरह से अपने करियर का समापन करना चाहता था। 
 
रियो में फेल्प्स का यह 5वां स्वर्ण पदक रहा। उन्होंने तैराकी की 4x100 मीटर फ्री स्टाइल रिले टीम, 200 मीटर बटरफ्लाई, 4x200 मीटर फ्री स्टाइल, 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले और 4x100 मीटर मेडले रिले में स्वर्ण हासिल किया। इसके अलावा उन्होंने 100 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में रजत पदक अपनी झोली में डाला। 
 
इसके साथ ही सिमोन मैनुअल की अगुवाई में अमेरिकी महिला टीम ने भी अपना दबदबा कायम रखते हुए 4x100 मीटर रिले में स्वर्ण पर कब्जा जमा लिया। यह अमेरिका का 1,000वां ओलंपिक स्वर्ण पदक है। इस स्पर्धा में ऑस्ट्रेलिया ने रजत जबकि डेनमार्क ने कांस्य पदक हासिल किया। सिमोन ने इसके साथ ही 50 मीटर फ्री स्टाइल में रजत पदक हासिल किया। 
 
4x100 मीटर मेडले रिले स्पर्धा में अमेरिका के रेयान मर्फी, कोडी मिलर, माइकल फेल्प्स और नाथन एड्रियन की टीम ने 3 मिनट 27.95 सेकंड का समय लेकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अपना आखिरी ओलंपिक खेल रहे 31 वर्षीय फेल्प्स की यह आखिरी रेस थी और उन्होंने 23 वें ओलंपिक स्वर्ण के साथ इन खेलों का समापन किया।
 
फेल्प्स ने रेस में बटरफ्लाई चरण में भाग लिया और अपनी टीम को रिले पदक जीतने में मदद की। इसी के साथ फेल्प्स ने रियो और अपने ओलंपिक करियर की समाप्ति 23 स्वर्ण, 3 रजत और 2 कांस्य पदकों के साथ की।
 
अमेरिकी टीम साथी रेयान मर्फी ने भी इस स्पर्धा के 100 बैकस्ट्रोक लेग में विश्व रिकॉर्ड तोड़ा। उन्होंने 51.85 सेकंड का समय लिया और वर्ष 2009 में हमवतन अमेरिकी खिलाड़ी आरोन पिरसोल के 51.94 सेकंड के समय को पीछे छोड़ दिया। 
 
50 मीटर में पेर्निले ने डेनमार्क को दिलाया सोना : वहीं डेनमार्क की पेर्निले ब्लूम ने अपने देश को तैराकी में 68 वर्ष के अंतराल के बाद स्वर्ण पदक दिला दिया। ब्लूम ने 50 मीटर फ्रीस्टाइल में 24.07 सेकंड का वक्त निकालते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया। उन्होंने अमेरिका की सिमोन मैनुअल तथा बेलारूस की एलिआक्जांद्रा हेरिमेनिया को पछाड़ा जिन्हें क्रमश: रजत और कांस्य पदक हासिल हुआ। 
 
ओलंपिक इतिहास में डेनमार्क का तैराकी में यह तीसरा स्वर्ण है। इससे पहले कारेन मार्गरेट हारुप और ग्रेटा एंडरसन ने 1948 के लंदन ओलंपिक में स्वर्ण जीता था। 22 वर्षीय ब्लूम ने स्वर्ण से पहले 4x100 मीटर मेडले स्पर्धा में भी डेनमार्क को कांस्य पदक दिलाया। 
 
उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए अविश्वसनीय है। स्वर्ण पदक बहुत मायने रखता है, लेकिन मैं टीम को लेकर अधिक उत्साहित हूं। टीम में गजब की ऊर्जा है और यह पिछले 4 वर्षों की कड़ी मेहनत का नतीजा है। तैराकी से थोड़ा आराम लेकर वापस पूल में आना मेरे लिए कारगर साबित हुआ। यह बेहतरीन यात्रा रही। 
 
1500 मीटर फ्रीस्टाइल में इटली को स्वर्ण : इटली के ग्रिगोरियो पाल्त्रिनिएरी ने 1500 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया। उन्होंने 14 मिनट 34.57 सेकंड का समय निकालते हुए पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया। स्पर्धा में अमेरिका के कोनोर जेगर ने रजत और इटली के ही गैब्रिएले देती ने कांस्य पदक हासिल किया। 
 
स्वर्ण जीतने के बाद 21 वर्षीय ग्रिगोरियो ने कहा कि यह अविश्वसनीय है। मैं बचपन से ही इस पल का ख्वाब देखता था और यह बेहद शानदार है। मेरे कंधों पर बहुत दबाव था। इटली को इस पदक की जरूरत थी और यह मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा मुश्किल था। 
 
100 वर्ष में ब्रिटिश तैराकों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : ब्रिटेन की तैराकी टीम ने रियो में अपने अभियान का समापन पिछले 100 वर्षों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए किया। रियो में ब्रिटेन ने कुल 6 पदक जीते जिसमें 1 स्वर्ण और 5 रजत शामिल हैं। पुरुष और महिला टीमों ने 3-3 पदक हासिल किए।
 
ओलंपिक में ब्रिटेन के तैराकों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1908 में रहा, जब टीम ने 7 पदकों पर कब्जा जमाया था। 1912 के ओलंपिक में भी टीम को 6 पदक हासिल हुए थे, लेकिन उसमें 1 स्वर्ण, 2 रजत और 3 कांस्य शामिल थे। लंदन में हुए पिछले ओलंपिक में ब्रिटेन ने 1 रजत और 2 कांस्य जीता था। 
 
21 वर्ष के एडम पिटी ने 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक स्पर्धा में स्वर्ण जीता। वे एड्रियन मूरहाउस के बाद ब्रिटेन को तैराकी में स्वर्ण दिलाने वाले पहले पुरुष तैराक बने। एड्रियन ने 1988 के सिओल ओलंपिक में ब्रिटेन के लिए स्वर्ण जीता था। (वार्ता) 

वेबदुनिया पर पढ़ें