रियो डि जेनेरियो। रियो ओलंपिक में भारत के लिए एक और निराशाजनक दिन रहा जब किदांबी श्रीकांत बैडमिंटन पुरूष एकल स्पर्धा में हारकर बाहर हो गए जबकि पदक की दावेदार मानी जा रहीं महिला पहलवान विनेश फोगाट को 48 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में घुटने में चोट लगने के कारण स्ट्रैचर पर बाहर ले जाना पड़ा।
एक अन्य महिला पहलवाना साक्षी मलिक को शुरूआती दो दौर में बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद 58 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में रूस की वालेरिया कोबलोवा के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा।
महिला 800 मीटर दौड़ में टिंटू लुका ने एक बार फिर निराश किया और वह पहले दौर की अपनी हीट में दो मिनट 0.58 सेकंड के साथ छठे स्थान पर रहते हुए प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। वह 65 प्रतिभागियों के बीच 29वें स्थान पर रहीं। टिंटू का राष्ट्रीय रिकॉर्ड एक मिनट 59.17 सेकंड का है जो उन्होंने 2010 में बनाया था।
अधिकांश मौकों की तरह इस बार भी शुरूआती 600 मीटर में टिंटू सबसे आगे चल रही थीं लेकिन अंतिम चरण में पिछड़ गईं और उनके दूसरे ओलंपिक अभियान का निराशाजनक अंत हुआ। दिन की एक और बुरी खबर बैडमिंटन कोर्ट से आई जब कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद श्रीकांत को क्वार्टर फाइनल में चीन के गत चैम्पियन लिन डैन के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा।
हमवतन पीवी सिंधू के चीन की शीर्ष महिला खिलाड़ी वांग यिहान को हराकर महिला एकल के सेमीफाइनल में जगह बनाने के एक दिन के बाद कोर्ट पर उतरे श्रीकांत को दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी लिन डैन के खिलाफ 6-21, 21-11, 18-21 से हार झेलनी पड़ी।
इस बीच साक्षी को 58 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में रूस की वालेरिया कोबलोवा के खिलाफ 2-9 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। इससे पहले साक्षी ने अपने दोनों शुरुआती राउंड के मुकाबलों में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जीत दर्ज की थी। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अधिक रक्षात्मक रवैए के कारण साक्षी ने पहला अंक गंवाया लेकिन इसके बाद दूसरे राउंड में विरोधी खिलाड़ी पर टेकडाउन के साथ दो अंक हासिल किए।
रूस की खिलाड़ी ने हालांकि चार अंक के साथ जोरदार वापसी की और फिर दो अंक के साथ अपनी बढ़त 7-2 कर दी। वालेरिया ने दो और अंक के साथ 9-2 की जीत से सेमीफाइनल में जगह बनाई। रूस की पहलवान अगर फाइनल में पहुंचती हैं तो साक्षी को रेपेचेज राउंड के जरिए कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करने का मौका मिलेगा।
इससे पहले साक्षी ने क्वालीफिकेशन राउंड में 0-4 से पिछड़ने के बाद स्वीडन की मालिन योहाना मैटसन को 5-4 से हराया था और फिर प्री क्वार्टर में मालदोवा की मारियाना चेरदिवारा इसानु के खिलाफ मुकाबला 5-5 से जीता।
क्वालीफिकेशन राउंड में साक्षी ने अपनी स्वीडिश प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहले राउंड में चार अंक गंवा दिए। 23 वर्षीय पहलवान ने हालांकि दूसरे राउंड में इसकी भरपाई की और दो अंक अपनी झोली में डाल लिए।
इसके बाद उसने एक और मौके का फायदा उठाया और अपनी प्रतिद्वंद्वी को मैट से बाहर कर दिया जिससे उसे एक और अंक मिला। जब 10 सेकंड का समय बचा था तब साक्षी को एक और अंक की दरकार थी और उसने मैच के अंतिम क्षणों में ‘टेकडाउन’ के जरिए करीबी जीत दर्ज की।
हालांकि विनेश को पहले दौर में रोमानियाई की एमीलिया एलिना वुक को हराने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। वह बाउट के पहले 20 सेकंड में अपनी कोहनी मुड़ा बैठी थीं लेकिन उसने इसका असर खुद पर नहीं पड़ने दिया। उसने समय नहीं गंवाया और वुक को पलटकर चार अंक हथिया लिए। उसकी प्रतिद्वंद्वी जूझ रही थी, तभी उसने एक और ‘टेकडाउन’ से दो अंक जुटा लिए। इससे पहले राउंड में उसने 6.0 की बढ़त बना ली।
दूसरे राउंड में उसने कुछ अच्छी रक्षात्मक तकनीक अपनाई और रोमानियाई प्रतिद्वंद्वी को खुद पर हावी नहीं होने दिया। विनेश ने फिर वुक को मैट पर गिरा दिया और चार अंक अपने नाम कर लिए। इससे उसने 5.01 मिनट में मैच अपने नाम कर लिया। रोमानियाई टीम ने रेफरल की मांग की लेकिन विनेश के चार अंक बरकरार रखे। (भाषा)