नेपाल की 13 वर्षीय तैराक ने रचा इतिहास

सोमवार, 8 अगस्त 2016 (00:09 IST)
रियो डि जेनेरियो। रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी 13 साल की तैराक नेपाल की गौरिका सिंह ने भले ही अपनी रेस नहीं जीती हो, लेकिन वे अपनी हीट में दो प्रतिद्वंद्वियों से आगे रहीं।
        
गौरिका रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले 10 हजार से ज्यादा एथलीटों में सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं। गौरिका की आयु 13 साल और 255 दिन है। उन्होंने 100 मीटर बैकस्ट्रोक तैराकी स्पर्धा में ओवरऑल 31वां स्थान हासिल किया। हालांकि उन्हें अपनी रेस से पहले उस समय असहज़ स्थिति से भी गुज़रना पड़ा जब वह अपने नाखून से ड्रेस फाड़ बैठीं।
        
लंदन के स्कूल में पढ़ने वालीं गौरिका अपने नियमित कोच राइस गोर्मले को रियो लाने में असफल रहीं जिसके कारण उन्हें मोबाइल फोन से इस स्थिति से निपटने के बारे में पूछना पड़ा। गौरिका ने बताया कि उनके कोच उन्हें मैसेज और टेक्स्ट कर सलाह दे रहे थे।
        
गौरिका ने कहा, अपनी रेस से पहले मैं अपना सूट फाड़ बैठी। इसलिए मुझे इस बारे में अपने कोच से पूछना पड़ा कि मैं इसे बदलूं या क्या करूं। दरअसल मैं अपने सूट को ऊपर खींच रही थी और मेरा नाखून उसमें फंस गया था।
 
नेपाल की तैराक बाद में दूसरा सूट पहनकर रेस में उतरीं और वे अपनी हीट में तीन तैराकों में सबसे ऊपर रहीं लेकिन वह ओवरऑल 31वें स्थान पर रहीं। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अपना नाम सबसे ऊपर देखा तो एक अलग ही सुखद भावना दिल में आई। वे दो वर्ष की उम्र में ही इंग्लैंड में आकर बस गई थीं।
         
गत वर्ष जब वह काठमांडू में थीं तो भूकंप आने की वजह से उन्हें जान बचाने के लिए एक इमारत की पांचवीं मंजिल पर एक मेज के नीचे बैठना पड़ा था। इस भयावह भूकंप में करीब नौ हजार लोग मारे गए थे और गौरिका मेज के नीचे बैठी रहीं थीं तथा करिश्मा ही था कि वे सुरक्षित बच गईं।
         
गौरिका ने कहा, मैं खुद को खुशकिस्मत मानती हूं कि मैं उस जानलेवा भूकंप में सुरक्षित बच गई थी। शायद मुझे यहां खेलना था, कोशिश करनी थी और अपने देश को गौरवान्वित करना था। अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस कर रही हूं। (वार्ता)

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