योगेश्वर की हार का प्रमुख कारण यह रहा कि मंगोलियन पहलवान मन्दाखनारन गैंजोरिग ने उन्हें ग्रीप करने का कोई मौका नहीं दिया। पूरे समय तक वे डिफेंसिव रहे। योगेश्वर ने लंदन में 60 किलोग्राम में अपना मुकाबला लड़ा था, जबकि रियो में वे 65 किलोग्राम में उतरे थे।
योगेश्वर अपने मुकाबले आक्रामक तरीके से लड़ते हैं। योगेश्वर ने आक्रामक तेवर जरूर दिखाए लेकिन अपने दांव में खुद ही उलझकर रह गए। मंगोलियन पहलवान 2 बार वर्ल्ड चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीत चुके हैं। गठीले शरीर केमन्दाखनारन गैंजोरिग ने बहुत चतुराई से योगेश्वर को उन्हीं के दांव में उलझाकर अंक बटोरे और प्री क्वार्टर में पहुंचे।