रियो डि जेनेरियो। रियो ओलंपिक की बैडमिंटन प्रतियोगिता में इस बार का प्रदर्शन सबसे अलग रहा क्योंकि जहां एक तरफ इस बार चीन की दीवार टूट गई, वहीं दूसरी तरफ स्पेन की कैरोलिना मारिन के महिला स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने को बैडमिंटन में यूरोप के पुनर्जन्म के तौर पर देखा जा रहा है।
चीन के शीर्ष बैडमिंटन स्टार और गत दो बार के चैंपियन लिन डैन इस बार कांस्य पदक भी हासिल नहीं कर सके। हालांकि चीन को चेन लोंग ने विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई को हराकर पुरुष एकल वर्ग का स्वर्ण पदक दिलाया, वहीं पुरुष युगल में चीन की जोड़ी फू हेइफेंग तथा झांग नान ने कड़े संघर्ष में मलेशियाई जोड़ी गोह वी शेम तथा टान वी कियोंग को हराकर स्वर्ण पदक जीता।