रियो डि जेनेरियो। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल रियो में गुरुवार से भारतीय बैडमिंटन दल की अगुवाई करने उतरेंगी, जहां उन पर पर करोड़ों देशवासियों की उम्मीदों का भार और इन खेलों में भारत के असंतोषजनक प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए परिणाम दिलाने का दबाव भी रहेगा।
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना महिला एकल में, तो विशेषज्ञ जोड़ी ज्वाला गुट्टा तथा अश्विनी पोनप्पा महिला युगल में पदक के प्रबल दावेदार खिलाड़ी हैं। भारत के 6 शटलर बैडमिंटन स्पर्धाओं में अपनी चुनौती पेश करने उतरेंगे, जहां उन पर बेहतर प्रदर्शन का काफी दबाव रहेगा।
राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद के बाद वर्ष 2014 से पूर्व मुख्य कोच विमल कुमार से अलग से ट्रेनिंग ले रहीं साइना अच्छी फॉर्म में हैं। विमल के नेतृत्व में उन्होंने ऑल इंग्लैंड और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था जबकि इंडिया ओपन और चीन सुपर सीरीज में खिताब जीतकर दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी भी बनीं। (वार्ता)