घुड़सवारी में वालेंटियर अधिकारी बने नरिन्दर

गुरुवार, 4 अगस्त 2016 (22:03 IST)
रियो डि जिनेरियो। भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय पोलो खिलाड़ी लेफ्टिनेंट कर्नल नरिन्दरसिंह 5  से 21 अगस्त तक रियो ओलंपिक में होने वाले घुड़सवारी मुकाबलों में वालेंटियर अधिकारी के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
भारत के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 80 और 90 के दशक में पोलो में शानदार प्रदर्शन कर चुके लेफ्टिनेंट कर्नल नरिन्दर को रियो ओलंपिक के आयोजकों ने घुड़सवारी मुकाबलों में वालेंटियर अधिकारी के रूप में आमंत्रित किया है। 
 
नरिन्दर ने बताया कि उनके लिए यह बड़े गर्व की बात है कि ओलंपिक में वे ऐसे खेल में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे जहां खिलाड़ी के तौर पर भारत की कोई भागीदारी नहीं है। सेना में 28 साल की नौकरी के बाद 1997 में सेवानिवृत होने वाले नरिन्दर को उनके प्रशंसक 'नैरी' के नाम से जानते हैं। पंजाब के जालंधर के नरिन्दर इस समय गुड़गांव में रहते हैं।
 
नरिन्दर को मार्च 1978 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने भी सम्मानित किया था। उन्हें 1984 में उनके शानदार खेल को देखते हुए पीलू मोदी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। लेफ्टिनेंट कर्नल नरिन्दर ने बताया कि रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने का पूरा खर्चा उन्हें खुद वहन करना है।
 
उन्होंने कहा कि मुझे ओलंपिक के लिए वालेंटियर अधिकारी के रूप में चुना गया है और ओलंपिक में इसे एक तरह से अपने देश के दूत के रूप में देखा जाता है।"  उन्होंने कहा कि "किसी समय हमारे देश में घुड़सवारी की बहुत शानदार परंपरा रही थी लेकिन धीरे धीरे यह परंपरा समाप्त होती जा रही है। अब स्थिति यह है कि ओलंपिक जैसे खेलों में हमारा कोई प्रतिनिधित्व नहीं होता है। 
 
यह ऐसा खेल है जिसमें भारत अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन इसे प्रोत्साहन दिए जाने की जरूरत है। रियो ओलंपिक में घुड़सवारी के मुकाबले ओलंपिक इक्वेस्ट्रियन सेंटर में होने हैं और 43 देशों के घुड़सवार ओलंपिक में उतरेंगे। (वार्ता)

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