रियो डि जेनेरियो। फुटबाल के दीवाने देश और ओलंपिक खेलों के मेजबान ब्राजील के लिए यह निश्चित ही इन खेलों की सबसे बड़ी कामयाबी है जो उसे अपने घरेलू मैदान पर देश के स्टार खिलाड़ी नेमार की कप्तानी में फुटबाल स्वर्ण के रूप में मिली है।
माराकाना स्टेडियम में खेले गए पुरुष फुटबॉल स्पर्धा के हाईवोल्टेज फाइनल में ब्राजील ने जर्मनी के खिलाफ सांस रोक देने वाले रोमांचक मुकाबले में शूटआउट में 5-4 से जीत दर्ज करते हुए ओलंपिक खेलों का पहला स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही नेमार की आंखों से आंसू छलक गए तो स्टेडियम में बैठे हजारों दर्शक और संपूर्ण देश अपने पहले फुटबॉल स्वर्ण की कामयाबी के जश्न में डूब गया।
अतिरिक्त समय तक ब्राजील और जर्मनी के बीच मैच 1-1 से बराबरी पर छूटा था जिसके बाद फैसला शूटआउट में कराया गया और मेजबान देश ने घरेलू दर्शकों के सामने जीत अपने नाम कर ली। इससे पहले मैच के निर्धारित समय में ब्राजील के लिए 27वें मिनट में फ्री किक पर कप्तान नेमार ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई थी। लेकिन जर्मन कप्तान मैक्सीमिलन मेयर ने बराबरी का गोल कर मैच को अतिरिक्त समय में पहुंचा दिया।
दोनों ही टीमें अतिरिक्त समय में गोल करने में नाकाम रहीं और मैच के परिणाम के लिए शूटआउट कराया गया। जर्मनी के निल्स पीटरसन स्पॉट किक पर निशाना नहीं लगा सके। इसके बाद नेमार ने बहुत ही संयम बरतते हुये टीम के लिए विजयी गोल दागा और माराकाना स्टेडियम में बैठे दर्शक जश्न में डूब गए।
ब्राजील इससे पहले तीन बार ओलंपिक फाइनल में पहुंचकर स्वर्ण से चूका है। वह 1984, 1988 और 2012 के फाइनल में पहुंचा था। वर्ष 2014 विश्वकप सेमीफाइनल में ब्राजील को 7-1 से उसी के घर में हरा चुकी जर्मनी अब एकमात्र ऐसी विश्वकप विजेता टीम रह गई है जिसने अब तक ओलंपिक स्वर्ण नहीं जीता है।
अपने घरेलू मैदान पर खेल रही पांच बार की विश्व चैंपियन ब्राजील और मौजूदा चैंपियन जर्मनी की टीम के बीच पहला ओलंपिक स्वर्ण हासिल करने के लिए कांटे की टक्कर देखने को मिली।
मैच के निर्धारित समय में मेजबान टीम ने अपना दबदबा पहले बनाया और कप्तान नेमार ने 27वें मिनट में बेहतरीन फ्री किक पर गोल कर 1-0 की बढ़त दिला दी। लेकिन 59वें मिनट में जर्मन कप्तान मेयर ने टीम को बराबरी का गोल दिला दिया और मैच अतिरिक्त समय में पहुंच गया।
अतिरिक्त समय में भी ब्राजील और जर्मनी की टीमें विजयी गोल दागने में नाकाम रहीं और शूटआउट कराया गया। पेनल्टी में जर्मनी के जिंटर मथायस, नैबरी सर्ज, ब्रैड जुलियन, सुएले निकलास ने अपने निशाने सटीक दागे लेकिन जर्मनी के पांचवें स्पाट किक पर निल्स पीटरसन के गोल का ब्राजीली गोलकीपर ने बचाव कर दिया जो मैच में निर्णायक साबित हुआ।
ब्राजील के लिए रिनाटो ऑगस्टो, मारकिन्होस, रफाले एल्कांटरा, लुआन और नेमार ने पेनल्टी पर गोल कर टीम को जीत दिलाई। मेजबान देश के हीरो और कप्तान नेमार ने पांचवें और निर्णायक स्पॉट किक पर गोल कर टीम को स्वर्ण दिलाया। इसी विजयी गोल के साथ ही ब्राजील ने अपने पहले फुटबॉल स्वर्ण पदक का सपना पूरा कर लिया।
इस जीत के साथ ब्राजीली टीम को जर्मनी से अपने घरेलू मैदान पर वर्ष 2014 विश्वकप में मिली बड़ी और दुखद हार का बदला भी चुकता हो गया है। ब्राजील की मेजबानी में हुए विश्वकप में जर्मनी ने घरेलू टीम को सेमीफाइनल में हराया था जबकि उस मैच में नेमार चोट के कारण टीम से बाहर थे।
बार्सिलोना फारवर्ड 24 वर्षीय नेमार ने जीत के बाद कहा कि हमारी पहले काफी आलोचना हो रही थी कि हमने ओलंपिक की शुरुआत अच्छी नहीं की है और दक्षिण अफ्रीका और ईरान के साथ गोलरहित ड्रा खेले हैं। लेकिन हमने उसका जवाब आज अपने अच्छे फुटबॉल से दे दिया है। (वार्ता)