लंदन ओलंपिक में भारत को 142 करोड़ में पड़े थे 6 'पदक'

गुरुवार, 4 अगस्त 2016 (22:10 IST)
दो दिन बाद शुक्रवार से शुरु हो रहे रियो ओलंपिक में भाग ले रहे भारतीय खिलाड़ियों पर करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। 31वें ओलंपिक खेलों को लेकर भारतीय खिलाड़ियों में नया जोश है। रियो जाने के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खिलाड़ियों की खुद हौसला अफजाई की और उन्हें जीत का मंत्र भी दिया। 
लंदन हुए 30वें ओलिंपिक के लिए सरकार ने खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर करीब एक अरब 42 करोड़ रुपए खर्च किए थे और भारत एक रजत समेत कुल 6 पदक जीतने में कामयाब हुआ था। हालांकि किसी भी भारतीय खिलाड़ी द्वारा ओलंपिक स्वर्ण पदक न जीतने का मलाल रहा। 
 
भारत सरकार ने लंदन ओलिंपिक में खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर कुल 142.43 करोड़ रुपए खर्च किए थे। तब भारत का रिकॉर्ड 81 सदस्यीय दल उतरा जिनमें से पिस्टल निशानेबाज विजय कुमार ने रजत, राइफल निशानेबाज गगन नारंग ने कांस्य, बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कांस्य और महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने कांस्य पदक जीता था। 
 
सरकार ने ऑपरेशन एक्सीलेंस फॉर लंदन ओलिंपिक्स 2012 योजना के तहत खिलाड़ियों तथा एथलीटों के लिए देश में प्रशिक्षण शिविरों पर 61 करोड़ 65 लाख रुपए तथा विदेशों में प्रशिक्षण पर 70 करोड़ 55 लाख रुपए खर्च किए गए थे। इसके अलावा राष्ट्रीय खेल विकास निधि के तहत 10 करोड़ 32 लाख रुपए भी खर्च किए गए थे।
 
भारत ने ओलिंपिक में 13 खेलों में अपनी चुनौती पेश की थी, जिनमें से उसे अब तक निशानेबाजी, मुक्केबाजी और बैडमिंटन में पदक मिले। पिछले ओलंपिक में भारत तीरंदाजी, टेनिस, टेबल टेनिस, जूडो, रोइंग, हॉकी, तैराकी और भारोत्तोलन में खाली हाथ रहा। (वार्ता)

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