रियो डी जेनेरियो में चल रहे ओलंपिक खेलों में खेल मंत्री विजय गोयल के खिलाड़ियों के पास बार-बार पहुंचने और अपने साथ कुछ गैर मान्यता प्राप्त लोगों को लेकर चलने के आरोपों के बाद खेल आयोजन समिति ने उन्हें कथित रूप से चेतावनी देते हुए कहा था कि विजय गोयल के साथ चल रहे गैर मान्यता प्राप्त लोगों ने यदि अपना आक्रामक और खराब व्यवहार बंद नहीं किया तो खेल मंत्री का मान्यता पत्र रद्द किया जा सकता है।
पूर्व भारतीय हॉकी दिग्गज ने कहा कि भारत में खेल मंत्री को बहुत महत्व मिलता होगा, लेकिन खेलों के महाआयोजन रियो ओलंपिक में उन्हें कौन जानता है। धनराज ने खेल मंत्री के साथ रियो गए एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के बारे में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मुझे इसका कोई औचित्य नहीं समझ में आता है कि एक खेल मंत्री के साथ इतने बड़े प्रतिनिधिमंडल को क्यों भेजा गया।
मुझे लगता है अब इस तरह की परंपरा को बंद कर देना चाहिए। जब टीम हारती है तो मंत्रीगण खिलाड़ियों को खेल का पाठ पढ़ाने लगते हैं और वह भी तब, जब वे उस खेल के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं। यह खिलाड़ियों के लिए बहुत ही लज्जाजनक बात होती है।