उन्होंने कहा, 'यह मेरे माता पिता, कोच, ट्रेनिंग पार्टनर से लेकर मेरे साथ खड़े रहे हर व्यक्ति को समर्पित है। यह उनके समर्थन का नतीजा है। मुझ पर विश्वास करें, महिलाएं पदक जीत सकती हैं।' साक्षी ने कहा, 'मुझे अंत तक पता था कि मैं पदक जीत सकती हूं, मैंने कोशिश जारी रखी। मैं आत्मविश्वास से लबरेज थी और यह पदक इन सालों के मेरे संघर्ष का नतीजा है।'