तन्हाइयों के इस अँधेरे में,
काश, प्यार की शमा वह जला पाते,
इस दिल ने जिसे खोया है,
वह सुनहरा ख्वा
रिश्ते को
जड़ से उखाड़कर
फेंक देना मुश्किल है
काट देना सहज है बहुत
मौन प्रेम है
एक अनोखी अनुभूति
पर्वत सा शांत
र्ग सा एकांत...
घरवालों के कहने पर तो किसी भी काम के लिए हिलने को तैयार नहीं होता था। इसी बीच प्रेमिका श्वेता ने बता...
पति (पत्नी से) प्रिये यदि मुझे कुछ हो गया तो तुम क्या दूसरी शादी कर लोगी।
नहीं, कभी नहीं। मैं अपना ब...
आज फिर उनसे बात हो गई, एक अनचाही मुलाकात हो गई,
आँखे चुराते देखते रहे एक-दूजे को
वो घड़ियाँ भी सच म
तुझ में खो कर भूल जाऊँ मैं जहाँ सारा,
तूफ़ां में कश्ती को मिल जाए किनारा......