माता कालरात्रि और काली को कई लोग एक ही समझ लेते हैं। नौ देवियों में शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री है इन्हीं में से एक है कालरात्रि। अक्सर लोग नवरात्रि के 7वें दिन इन माता की जगह पर काली माता की पूजा करते हैं या उनकी मूर्ति बनाकर सवारी निकालते हैं। आओ जानते हैं दोनों ही माताओं के फर्क को। हालांकि वैसे सभी रूप माता पार्वती के ही है।