Maa lakshmi : शाम के समय ऐसा रहता है जबकि दिन की प्रकृति सोने और रात की प्रकृति जागने लगती है। हिंदू धर्म में दिन के 4 और रात के 4 प्रहर मिलाकर कुल 8 प्रहर होते हैं जब भी कोई प्रहर बदलता है तो उसे समय को संधि काल कहते हैं। शाम को होने वाले संधि काल को महत्वपूर्ण माना गया है। इस काल में यदि आपने 5 कार्य कर लिए तो माता लक्ष्मी का घर में प्रवेश हो जाएगा।
3. तुलसी की पूजा : दिन अस्त के बाद जब हल्के हल्के तारे नजर आने लगे तब तुलसी के पौधे की पूजा करें और उनके पास घी का दीपक जलाकर रखें। जिन घरों में नित्य तुलसी की पूजा होती है वहां मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इसलिए शाम के समय तुलसी की पूजा जरूर करें। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होंगी और सुख समृद्धि का आशीर्वाद देंगी।
संधिकाल में न करें ये कार्य:-
1. संध्याकाल में झाड़ू लगाने की मनाही है।
2. इस काल में सोना मना है।
3. सहवास करने की सख्त मनाही है।
4. खाना-पीना नहीं चाहिए।
5. यात्रा करना वर्जित है।
6. क्रोध करना, शोर-शराब करना, झगड़े करना, असत्य, शाप देना, रोना, जोर-जोर से हंसना, गालियां देना, अभद्र या कटु वचन कहना मना है।
7. इस काल में शपथ नहीं लेना चाहिए।
8. धन का लेन देन करना भी मना है।
9. वेद मंत्रों का पाठ करना या कोई शुभ कार्य करना।