राफ्टिंग एक लोकप्रिय जलक्रीड़ा

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ब्रह्मपुत्र नदी

असम में स्थित ब्रह्मपुत्र नदी विश्व की प्रसिद्ध नदियों में से एक है। तिब्बत में ब्रह्मपुत्र के तीन स्रोत हैं। भ्रमण के दौरान आप नदी के निकट वन्य जीवन को देख सकते हैं। नदी के तट पर स्थित गाँव का नजारा देख सकते हैं। नवंबर 2002 में अतंराष्ट्रीय स्तर पर ब्रह्मपुत्र नदी को विश्व में एक आकर्षित पर्यटक स्थल का रूप दिया गया था।

यह स्थल राफ्टिंग के लिए साहसिक सैलानियों के मध्य लोकप्रिय था। परंतु नदी का प्रवाह बहुत ही तेज है। इन कठिनाइयों को पार करते हुए कुशलतापूर्वक तैरना होता है। नदी पर राफ्टिंग मन को रोमांचित कर देती है।

ब्रह्मपुत्र नदी यहाँ का एक अमूल्य जल स्रोत है। जीवन की यह डोर इस नदी से बँधी हुई है। घने जंगलों में स्थित टूटिंग गाँव, आदि जाति के आदिवासी रहते हैं। सियेंग वादी में अनेक हरे भरे वन हैं। वादियों के बीच से निकलते तैराकों को नदी के तेज प्रवाह को चीरते हुए जाते देख सकते हैं। डिब्रूगढ़ तथा लखीपुर जिले में दो चैनेल उत्तरी सैरकुटिया एवं दक्षिण की ओर स्थित ब्रह्मपुत्र चैनल हैं। ये दोनों चैनल मजूली द्वीप पर स्थित है।


गंगा
भागीरथी नदी, गंगोत्री से बहती है। भागीरथी नदी देवप्रयाग से जोड़कर गंगा बन जाती है। देवप्रयाग से गंगा नदी 1,550 मील बंगाल की खाड़ी से बहती हुई भारत के अन्य शहरों को जल जीवन देती है। ढाका के पास स्थित धार्मिक स्थल ऋषिकेश नदी पर रेफटिंग क्रीड़ा खेल का आनंद उठाया जाता है। फरवरी से लेकर अप्रैल तक, सितंबर से लेकर दिसम्बर के समय राफ्टिंग का आनंद तैराक उठाते हैं।

  सुरक्षा के लिए उपाय - तैरने के कपड़े, ठंड के समय यदि राफटिंग कर रहे हैं तो गर्म कपड़े पहनें। तौलिया, खाने के सामान आदी लेकर रखना चाहिए।       
सुरक्षा के लिए उपाय -
तैरने के कपड़े, ठंड के समय यदि राफटिंग कर रहे हैं तो गर्म कपड़े पहनें
तौलिया, खाने के सामान आदी लेकर रखना चाहिए।
लाईफ जैकेट पहनें।
किसी के साथ ही राफ्टिंग पर जाएँ अन्यथा अकेले जाने पर किसी को बताकर
जाए।
सही उपकरणों को साथ लेकर जाना चाहिए।किसी गाईड के निरीक्षण में ही राफ्टिंग करनी चाहिए।
फर्स्ट एड किट लेकर के जाना चाहिए।
मौसम के बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए कभी कड़ाके की ठंड रहती
है तो कभी अधिक गर्मी।
इन सबका सामना तैराक को करना सीखना चाहिए

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