वॉशिंगटन। गर्भनिरोधक साधनों के रूप में कंडोम का इस्तेमाल काफी किया जाता है, लेकिन कई लोग इसके इस्तेमाल पर शिकायत करते हैं कि वे कंडोम से सेक्स का भरपूर मजा नहीं ले पाते या कंडोम हाइजेनिक नहीं है वगैरह वगैरह।
लेकिन अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसे कंडोम की खोज की है, जो पुरुषों को नहीं बल्कि महिलाओं को इस्तेमाल करना है और यह सेक्स के दौरान महिला के शरीर में ही घुल जाएगा। याने अब प्रेग्नेंसी और सेक्सुअल बीमारियां से बचाने के लिए घुलनशील कंडोम आ रहा है।
पश्चिमी देशों में तो कंडोम का इस्तेमाल आम है, लेकिन भारत जैसे देश में कई छोटी जगह गर्भ निरोधक साधन के रूप में कंडोम सिर्फ इसलिए इस्तेमाल नहीं किया जाता कि इस्तेमाल के बाद उसे कहां फेंका जाए? लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं, क्योंकि वैज्ञानिकों ने महिला के इस्तेमाल के लिए घुलनशील कंडोम बना लिया है।
कैसे बनाया यह घुलनशील कंडोम और इस्तेमाल कैसे होता है? जानें अगले पेज पर।
डेली मेल में प्रकाशित खबर के अनुसार यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन के शोधकर्ताओं ने यह कंडोम 'इलेक्ट्रोस्प्रिंग' विधि के द्वारा छोटे माइक्रोफाइबर इस्तेमाल करके बनाया है। कपड़े जैसे फाइबर को दवाई के जरिये बहुत ही पतले जाल में बदला जाता है और इस प्रकार डिजाइन किया जाता है कि वह महिला के शरीर में ही घुल जाए।
हो सकता है कि कोई फाइबर जाल तुरंत शरीर में न घुले और कुछ समय बाद घुलना शुरू करे। इन जालों में से एक जाल तुरंत ही घुलकर फौरन सुरक्षा उपलब्ध करवाता है, जबकि दूसरा जाल कुछ दिनों बाद घुलता है और प्रेग्नेंसी और सेक्स बीमारियों से सुरक्षा देता है।
हालांकि यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन के शोधकर्ताओं की यह कोशिश अभी प्रारंभिक अवस्था में है, लेकिन 'इलेक्ट्रोस्प्रिंग' विधि द्वारा तैयार यह कंडोम सफल साबित हुआ तो यह इन वैज्ञानिकों की एक बड़ी सफलता मानी जाएगी। (एजेंसियां)