भारत में एक समय था जब किशोरवय बच्चों का जीवन एक तयशुदा रूटीन से बंधा होता था। तब टीनेजर को कुछ ऐसे परिभाषित किया जाता था कि आंखों के सामने भविष्य के लिए गंभीर बच्चे की तस्वीर बन जाती थी। यही उम्र ऐसी होती जब बच्चे के भटकने का भी सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
लेकिन, आज किशोर की परिभाषा पूरी तरह बदल चुकी है। नई परिभाषा कुछ यह है- 13 से 19 साल की आयु जिसमें बच्चे पढ़ाई करते हैं, इधर-उधर से पैसा कमाने की होड़ में लगे रहते हैं, चैटिंग, इंटरनेट ब्राउजिंग, एसएमएस, ट्विटर, फेसबुक, धूम्रपान, शराब, सेक्स और बहुत कुछ जिसके लिए वे भविष्य का इंतजार नहीं कर सकते। इन सब में जो सबसे गंभीर बात है, वह है इनका सेक्सुअली ऐक्टिव होना। और यहां हम उसी पर चर्चा करेंगे।
* 100 में 25 लड़कियां सेक्सुअली एक्टिव : भारतीय पीडिएट्रीशन एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार बड़े शहरों के बड़े स्कूलों में 100 में से 25 टीनेज लड़कियां सेक्सुअली एक्टिव रहती हैं। 10 फीसदी लड़के स्कूल में कम से कम एक बार कंडोम लेकर आए।
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* पढ़ाई के अलावा खर्च होते हैं 10 घंटे : भारतीय पीडिएट्रीशन एसोसिएशन के सर्वेक्षण के अनुसार भारत के टीनेजर्स दिन भर में 10 घंटे पढ़ाई के अलावा अन्य चीजों में खर्च करते हैं। ये 10 घंटे इस प्रकार हैं- दो घंटे सोशल नेटवर्किंग साइट, 1.5 घंटे मोबाइल फोन पर बतियाने में, 2.5 घंटे टीवी पर, 1.5 घंटे कंप्यूटर गेम्स में, 3.5 घंटे अन्य कामकाज जैसे घर में किसी से बतियाने, भोजन करने व अन्य कार्यों में अपना समय देते हैं।
* 13 साल की उम्र से पहले पोर्न फिल्में : इंडिया टुडे के सर्वेक्षण के अनुसार 5 में से एक टीनेजर 13 साल की उम्र से पहले पोर्न फिल्में, तस्वीरें या वीडियो देख चुके होते हैं। 15 फीसदी बच्चे स्कूल के टॉयलेट में यौन गतिविधियों को अंजाम देते हैं। 95 फीसदी टीनेजर्स शादी से पहले सेक्स को सही मानते हैं।
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* 13 साल की उम्र में जानते हैं कंडोम व पिल्स : इंडिया टुडे के सर्वे के अनुसार 98 फीसदी बच्चे 13 साल की उम्र तक यह जानते थे कि कंडोम क्या होता है और गर्भनिरोधक पिल्स का इस्तेमाल क्यों किया जाता है।
* टीनेजर्स में स्मोकिंग का चलन : एक्शन एड के सर्वेक्षण के अनुसार शहरी क्षेत्रों में टीनेजर्स में स्मोकिंग का चलन तेजी से बढ़ा है। सर्वे के अनुसार भारत में धूम्रपान करने वाले टीनेजर्स 7 से 10 सिगरेट तक एक दिन में पी जाते हैं। स्मोकिंग करने वाले पांच में से एक टीनेजर 13 से 15 सिगरेट एक दिन में पी जाता है।
* अपनी समस्या को माता-पिता से बताने में डर : 3 में से एक बच्चा आज भी अपनी समस्या को अपने माता-पिता से बताने में डरता है। इस कारण वह तनाव में रहता है।
* तीन में से एक छात्र है, जो अपनी स्ट्रीम बदलना चाहते हैं। 10 में से एक टीनेजर अपने पिता से ज्यादा करीब है।
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* अपोजिट सेक्स को किस : 5 में से एक छात्र 16 साल का होने से पहले धूम्रपान कर चुका होता है। 2 में से एक टीनेजर 16 साल का होने से पहले बाइक या कार चला चुका होता है। 50 फीसदी टीनेजर अपने अपोजिट सेक्स के किसी न किसी व्यक्ति को एक न एक बार किस कर चुके थे। तीन में से एक छात्र 13 का होने से पहले पोर्न मूवी देख चुका होता है।
* छोटे शहरों में टीनेजर्स इंडिया टुडे के सर्वे के अनुसार 12 से 21 साल की उम्र के बच्चों में 21 प्रतिशत टीनेजर्स 13 से 16 साल की उम्र में सेक्स कर चुके होते हैं। वहीं मेट्रो शहरों में यह संख्या 13 फीसदी है। छोटे शहरों की टीनेजर लड़कियों में भी 13 से 19 साल की 42 फीसदी लड़कियां एक सप्ताह में दो से तीन बार सेक्स कर चुकी होती हैं।
* 70 फीसदी पुरुष चाहते हैं वर्जिन : इंडिया टुडे के सर्वे के अनुसार छोटे शहरों व गांवों के 70 फीसदी पुरुष चाहते हैं कि उनकी पत्नी शादी के पहले तक वर्जिन रहे।
* टीवी से प्रेरित टीनेजर : चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में पता चला कि टीवी के जरिए टीनेजर्स ने सेफ सेक्स के बारे में जानकारी प्राप्त की और वे यौन संक्रमित रोगों से बचने के उपाय जानते हैं।
इंटरनेट पर सेक्स... पढ़ें अगले पेज पर...
* सेक्स एजुकेशन : चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा कराए गए सर्वेक्षण के अनुसार 71.7 फीसदी लड़कियां और 62.5 लड़के सेक्स एजुकेशन पर आधारित टीवी कार्यक्रमों व विज्ञापनों के माध्यम से सेक्सुअल हेल्थ के प्रति जागरूक हुए।
* सेक्स के बारे में ज्ञान : 14 से 24 साल के टीनेजर्स पर चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा कराए गए सर्वेक्षण के अनुसार 75 फीसदी लड़के सेक्स के बारे में ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं। वहीं 48.3 फीसदी लड़के यौन संक्रमित बीमारियों व कंडोम के इस्तेमाल के बारे में अच्छी तरह जानते हैं।
* विश्वविद्यालय सर्वेक्षण : विश्वविद्यालय के सर्वेक्षण के अनुसार 59.2 फीसदी लड़के और 50.8 फीसदी लड़कियां एड्स के प्रति जागरूक कार्यक्रमों से प्रभावित हुए।
* इंटरनेट पर सेक्स शब्द : आजाद विश्वविद्यालय के सर्वेक्षण में पाया गया कि 99 फीसदी टीनेजर्स लड़के इंटरनेट पर सेक्स शब्द दिन में कम से कम एक बार जरूर खोजते हैं। वहीं 46 फीसदी लड़कियां अकेले में इंटरनेट पर सेक्स शब्द खोजती हैं।
क्या लड़कियां सेक्स पर बातें करना पसंद करती हैं... पढ़ें अगले पेज पर...
* चैटिंग पर सेक्स की बातें : चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय के इस सर्वेक्षण के अनुसार 88.3 फीसदी लड़के और 68.3 फीसदी लड़कियां चैटिंग पर सेक्स की बातें डिसकस करना पसंद करते हैं।
* चैटिंग के दौरान अपनी यौन इच्छा : भारतीय टीनेजर्स पर किए गए आजाद विवि के सर्वेक्षण के अनुसार 35.8 फीसदी लड़के और 33.3 लड़कियां चैटिंग के दौरान अपनी यौन इच्छाओं को खुल कर रख देते हैं।
* पोर्न या सेमी पोर्न मूवी इंटरनेट पर ऐक्सेस प्राप्त : टीनेजर्स पर सर्वे के अनुसार 90 फीसदी लड़के और 75.8 प्रतिशत लड़कियां यौन इच्छाओं के दमन के लिए पोर्न या सेमी पोर्न मूवी या वीडियो देखना पसंद करते हैं। वहीं 77.5 फीसदी लड़के और 50 फीसदी लड़कियां तस्वीरें देखना पसंद करती हैं।
* यौन इच्छाएं जागृत : मिसूरी विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के अनुसार 48 फीसदी टीनेजर्स टीवी और फिल्मों से प्रेरित होने पर उनके अंदर यौन इच्छाएं जागृत होती हैं।
सप्ताह में कितनी बार सेक्स... पढ़ें अगले पेज पर...
* हफ्ते में दो बार मैथुन : टाइम मैगजीन के सर्वेक्षण के अनुसार जो लड़के मैथुन करते हैं, उनमें से 52 फीसदी ने कहा कि वो हफ्ते में कम से कम दो बार मैथुन करते हैं। वहीं 23 फीसदी लड़कियों ने कहा कि हफ्ते में दो बार मैथुन करती हैं। और 46 फीसदी लड़कियों ने कहा साल में कभी-कभी ऐसा करती हैं।
* अमेरिका के टीनेजर्स का हाल यूएस हाईस्कूल छात्रों पर 2011 में हुए सर्वे के अनुसार वहां 47.4 फीसदी टीनेजर्स 13 से 19 साल की उम्र में ही संभोग कर चुके होते हैं।
* कंडोम का प्रयोग नहीं : अमेरिकी सर्वे के अनुसार 39.8% लड़कों ने कंडोम का प्रयोग नहीं किया। वहीं 76.7 फीसदी लड़कियों ने बर्थ कंट्रोल पिल्स का प्रयोग उचित नहीं समझा।
* यौन संबंध : अमेरिकी सरकार ने अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर हेल्थ स्टेटिक्स के तत्वावधान में 40 राज्यों में 13 से 24 साल की आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों पर सर्वे कराया। सर्वे के अनुसार वहां के 15.3 फीसदी टीनेजर्स चार या चार से अधिक लोगों के साथ यौन संबंध स्थापित कर चुके होते हैं।
अमेरिका में गर्भधारण करने की उम्र...पढ़ें अगले पेज पर...
* लड़कियां गर्भवती : अमेरिका में 2009 में 4 लाख से ज्यादा टीनेजर लड़कियां गर्भवती हुईं। इनकी उम्र 15 से 19 साल के बीच थी।
* टीन एज में कभी सेक्स नहीं किया : अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर हेल्थ स्टेटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार 27 फीसदी टीनेजर लड़के और 29 फीसदी टीनेजर लड़कियों ने कहा कि उन्होंने टीन एज में कभी सेक्स नहीं किया।
* 15 से 19 साल की आयु में : 15 से 19 साल की आयु में 58 फीसदी लड़कियों और 53 फीसदी लड़कों ने कहा कि उन्होंने कभी सेक्स नहीं किया। वहीं 48.6 लड़कियां और 46.1 लड़के बोले कि किसी न किसी प्रकार से वे यौन गतिविधियों में शामिल रहे। वहीं 20 से 24 साल में 12 फीसदी लड़कियों और 13 फीसदी लड़कों ने कहा कि उन्होंने कभी सेक्स नहीं किया।
किसके कितने सेक्स पार्टनर... पढ़ें अगले पेज पर...
* सिर्फ एक पार्टनर : नेशनल सर्वे ऑफ फेमिली ग्रोथ के तत्वावधान में 2011 में अमेरिका की संस्था एनसीएचएस ने 4600 किशोर-किशोरियों पर सर्वे कराया, जिसमें पाया गया कि 15 से 19 साल की आयु में 40 फीसदी टीनेजर्स ने कहा कि एक साल में कम से कम एक बार उन्होंने सेक्स किया। वहीं 35 फीसदी लड़कियों और 30 फीसदी लड़कों ने कहा कि उनका सिर्फ एक पार्टनर है।
* एक से ज्यादा सेक्स पार्टनर : एनसीएचएस की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के इस सर्वे में पाया गया कि 17 फीसदी लड़कियों और 22 फीसदी लड़कों के छह व उससे ज्यादा सेक्स पार्टनर थे।
* एक बार कंडोम का इस्तेमाल किया : 2006 से 2010 के बीच कराए गए अमेरिकी सर्वे के अनुसार 96 फीसदी टीनेजर्स ने कम से कम एक बार कंडोम का इस्तेमाल किया। वहीं 57 फीसदी जब कंडोम नहीं इस्तेमाल करते, तब स्खलित होने से पहले अलग हो जाते, वहीं 56 फीसदी गर्भधारण रोकने के लिए पिल का इस्तेमाल करते।
जो बच्चे माता-पिता से दूर रहते हैं... पढ़ें अगले पेज पर...
* माता-पिता से दूर : सेक्स सर्वे में पाया गया कि 35 फीसदी लड़कियां सेक्स में इनवॉल्व हुईं, जो अपने माता-पिता के साथ नहीं रहती थीं। वहीं अन्य किसी अभिभावक के साथ रहने वाली लड़कियों में 54 फीसदी सेक्स कर चुकी थीं।
* प्रेगनेंसी से बचने के लिये क्या किया : 99 फीसदी लड़कियों ने कहा कि उन्होंने संभोग करते वक्त कॉन्ट्रासेप्टिव का इस्तेमाल किया। इनमें 96 फीसदी के पार्टनर ने कंडोम इस्तेमाल किया, वहीं 57 फीसदी ने स्खलित होने से पहले संभोग रोक दिया, 56 फीसदी ने गर्भनिरोधक गोलियों का सहारा लिया। वहीं 14 फीसदी ने इमर्जेंसी कॉन्ट्रासेप्शन, जिसे असुरक्षित यौन संबंध के 72 घंटों के भीतर लेना जरूरी होता है, लिया।
* पहली बार यौन संबंध : अमेरिका के इस सर्वे के अनुसार पहली बार यौन संबंध स्थापित करते वक्त 78 फीसदी लड़कियों और 85 फीसदी लड़कों ने कॉन्ट्रासेप्टिव का इस्तेमाल किया।
और एचआईवी के बारे में क्या है राय... पढ़ें अगले पेज पर....
* एचआईवी के केस : 2011 में अमेरिका में जितने भी नए एचआईवी के केस आए, उनमें 21 फीसदी मरीजों की उम्र 13 से 24 साल के बीच थी। यह खतरनाक संकेत है।
* एचआईवी के बारे में : अमेरिका में 15 से 19 साल की आयु की लड़कियों में मात्र 43 फीसदी लड़कियां ही एचआईवी या यौन संक्रमित रोगों के बारे में दी जाने वाली काउंसिलिंग अटेंड करती हैं।