क्या है स्वप्न मैथुन, पढ़ें 5 खास बातें...

बुधवार, 6 अप्रैल 2016 (12:21 IST)
-डॉ. महेश नवाल (सेक्सोलॉजिस्ट)
 
स्वप्न दोष या स्वप्न मैथुन को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां हैं। आमतौर पर लोग मानते हैं कि स्वप्न दोष का शरीर पर नकारात्मक असर पड़ता है। आखिर स्वप्न दोष होता क्यों है? इस कड़ी में हम स्वप्न दोष से जुड़े कुछ इसी तरह के सवालों के जवाब तलाशेंगे...
* कुछ लोगों की तो यह भी धारणा है कि स्वप्न दोष से नपुंसकता हो सकती है, मगर यह धारणा हकीकत से कोसों दूर है। दरअसल, स्वप्न दोष का सही नाम स्वप्न मैथुन है अर्थात सपनों में होने वाला संभोग।
 
यह मैथुन यानी संभोग का ही एक प्रकार है। जैसे संभोग से शारीरिक स्वास्थ्य को कोई हानि नहीं होती है, उसी तरह स्वप्न मैथुन से भी शरीर स्वास्थ्य को हानि नहीं होती है। नपुंसकता की बात तो पूरी तरह भ्रांति है।
 
क्या कामुक व्यक्तियों को ही होता है स्वप्न दोष... पढ़ें अगले पेज पर...
 
* एक धारणा यह भी है कि ज्यादा कामुक व्यक्तियों को स्वप्न दोष होता है। मगर वास्तविकता में किसी भी व्यक्ति को नींद में कभी भी स्वप्न दोष हो सकता है। स्वप्न मैथुन अवचेतन अवस्था में होता है। जरूरी नहीं है कि सोने से पहले व्यक्ति अगर सेक्स संबंधी बातें सोचे तो ही उसे स्वप्न मैथुन हो। अत: कोई भी व्यक्ति सेक्स संबंधी बातें सोचे या नहीं, उसे स्वप्न दोष या स्वप्न मैथुन हो सकता है।
 
यदि व्यक्ति मांसाहारी है या गर्म वस्तुओं का सेवन करता है... पढ़ें अगले पेज पर...
 
स्वप्न मैथुन का मांसाहारी या शाकाहारी, गरम अथवा ठंडे, दूध अथवा अंडे, प्याज अथवा लहसुन इत्यादि किसी की तरह के खाद्य-पदार्थ से कोई संबंध नहीं होता है। अगर व्यक्ति ने दिनभर उपवास भी किया हो तो भी उसे स्वप्न मैथुन हो सकता है। यह तो व्यक्ति की मानसिक अवस्था पर निर्भर करता है, खान-पान पर नहीं।
 
क्या स्वप्न दोष के लिए उम्र की सीमा हो सकती है... पढ़ें अगले पेज पर...
 
 

स्वप्न मैथुन के मामले में उम्र का कोई बंधन नहीं है। एक 13-14 साल के किशोर से लेकर 80-85 वर्ष के पुरुष को भी स्वप्न मैथुन हो सकता है। हां, बढ़ती उम्र के साथ स्वप्न मैथुन की संख्‍या कम हो सकती है, परंतु उम्र विशेष के बाद स्वप्न मैथुन अथवा स्वप्न दोष बंद हो जाए,यह जरूरी नहीं।
स्वप्न मैथुन किसी भी पुरुष को हो सकता है, चाहे वह अविवाहित हो अथवा विवाहित। यही नहीं, जिस व्यक्ति ने कभी संभोग नहीं किया हो, उसे भी स्वप्न दोष हो सकता है। यानी स्वप्न मैथुन के लिए संभोग का पूर्व अनुभव जरूरी नहीं है।
 
क्या संभोग के पश्चात भी स्वप्न दोष होता है... पढ़ें अगले पेज पर....
यह जरूरी नहीं है। संभोग के बाद भी अगर नींद या अवचेतन अवस्था में उत्तेजना के खयाल आते हैं तो वीर्य निकल सकता है। वीर्य लगातार शरीर में बनता रहता है। शरीर में इसकी कोई निश्चित मात्रा नहीं होती।

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