* महिलाओं को रक्त की कमी, प्रदर रोग, अत्यधिक मासिक स्राव में पेठे का साग घी में भूनकर सुबह-शाम खाना चाहिए या फिर पेठे के रस में शकर मिलाकर आधा-आधा कप पीना चाहिए। यह महिलाओं के यौन रोगों में भी लाभकारी है।
* गर्भाशय की कमजोरी, बार-बार गर्भस्राव होना, प्रदर रोग में सिंघाड़े के आटे का हलवा बनाकर सेवन करना अथवा सिंघाड़े के आटे की रोटी बनाकर खाना लाभकारी होता है।