कितने पुराने हैं सेक्स खिलौने...

अगर आप सोच रहे हैं कि सेक्स खिलौने नए जमाने की सेक्स कुंठाओं को पूरा करने के लिए दो या तीन सदी पहले आए तो आप गलत हैं। हजारों साल पहले भी लोगों को सेक्स उन्माद की बीमारी लगती था और वे इसके लिए सेक्स खिलौनों का इस्तेमाल करते थे।
 
हजारों वर्षों से उपयोग किए जाने वाले सेक्स खिलौने विभिन्न किस्मों, आकार और प्रकार में पाए गए हैं। डेलीमेलऑनलाइन के लिए विक्टोरिया वू्ल्लास्टन लिखती हैं कि जर्मनी में आज से 28 हजार वर्ष पहले सिल्टस्टोन से बना लिंग पाया गया था। यह अब तक का सबसे पुराना सेक्स टॉय है।
 
विभिन्न स्थानों और देशों में खुदाई के दौरान पत्थर, लकड़ी, चमड़े और ऊंट की सूखी लीद से बने लिंग भी मिले हैं। ब्रिटेन में इंस्टीट्‍यूट ऑफ सेक्सोलॉजी एक्जीबिशन में ऐसे बहुत सारे खिलौने संग्रहीत हैं। कई देशों जैसे मध्य पूर्व, मिस्र और ग्रीस में कच्चे केलों से भी लिंग बनाए जाते थे। इसी तरह ब्लोअप डॉल या खिलौना महिला का अस्तित्व 17वीं सदी में सामने आ गया था जब फ्रैंच नाविकों ने 'डामे द वॉयज' नाम की सेक्स डॉल को बनाया। ये सेक्स डॉल महीनों से समुद्र रहने के कारण नाविकों की सेक्स इच्छाएं पूरी करती थी।
 
वर्ष 1904 में अलकेमिस्ट रेने सवेबल ने पेरिस में एक डॉक्टर से मुलाकात की जिन्होंने पुरुषों के लिए प्रचलित ब्लो अप डॉल को बनाया। फ्रैंक इ यंग ने 1892 में बट प्लग नामक उपकरण बनाया था। लेकिन उस समय इसकी मार्केटिंग नहीं की गई और करीब 40 साल बाद इसे मेडिकल डिवाइस के नाम पर अमेरिका में बेचा गया। लेकिन गलत मार्केटिंग करने की वजह से इसे 1938 में फेडरल फूड ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत बैन कर दिया गया।
 
विक्टोरियन युग जब ब्रिटेन पूरी दुनिया पर राज कर रहा था, उस समय महिलाओं में सेक्स के  उन्माद को हिस्टीरिया समझा जाता था और इन महिलाओं का हस्तमैथुन से इलाज किया जाता था लगा, लेकिन ऐसा करने में डॉक्टरों को व्यावहारिक परेशानियां होने लगीं तब वर्ष 1880 में जे ग्रेनविले ने वाइब्रेटर बनाया। इससे पहले डिल्डो का प्रयोग किया जाता था।
 
यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि हमारे पूर्वज कंडोम का भी प्रयोग करते थे? खुदाई के दौरान ‍व‍विभिन्न कंडोम मिलने की भी पुष्टि होती है। विदित हो कि वर्ष 1960 में गेब्रिएल फेलोपियो ने लिनेन के कपड़े को कैमिकल में डुबोकर कंडोम बनाया था। ऐसा दावा किया जाता है कि दुनिया का सबसे पुराना डिल्डो लगभग 28 हजार साल पहले जर्मनी में पाया गया था। पुरातत्वविदों को इनके प्रमाण लगभग हर खोज में मिले हैं।
 
जर्मनी के अलावा चीन, ग्रीस और मिस्र में डिल्डोज का इस्तेमाल होता था। कच्चे केले से लेकर ऊंट के सूखे गोबर तक को इन्हें बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। 

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