कुछ विवाहित युवक भी पत्नी वियोग में हस्तमैथुन करते हैं। जिन्हें हस्तमैथुन का चस्का लग जाता है, वे पत्नी के साथ संभोग के बजाय हस्तमैथुन द्वारा वीर्यपात करने में सुख अनुभव करते हैं। कुछ समय बाद इस कुकृत्य का प्रभाव उनके शरीर पर, स्वभाव पर व व्यक्तित्व पर पड़ने लगता है और वे दुःखी, परेशान होते हैं। इसके बाद की स्थिति में वे शरम के मारे किसी से कुछ नहीं कहते और चुपचाप नीम हकीमों के पास जाते हैं और पैसा लुटाते हैं, भले ही फायदा हो या न हो।
ऐसी कोई दवा नहीं जो आपके मन व हाथ को रोक ले कि आप हस्तमैथुन न कर पाएं।
खासकर एकांत में अपने मन पर नियंत्रण रखें, कामुक विचारों से बचें व ज्ञानार्जन से संबंधित या सृजनात्मक कार्यों में अपने को व्यस्त कर लें।