मंदिर के गर्भगृह में सीसी कैमरे लगाने तथा परिसर में दो एलसीडी टीवी लगाने का फैसला भी किया गया ताकि श्रद्धालु बाहर भी ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकें। घाट से कोटि तीर्थ तक नाव परिवहन पूर्ण रूप से बंद रखने, केवल ओंकार मठ तक चलाने, नर्मदाजी के पानी का जलस्तर समान रखने, नर्मदा-कावेरी संगम पर घाट बनाने का प्रस्ताव का निर्णय लिया गया।