श्राद्ध पक्ष में ना करें ऐसे काम : कहीं पितृ न हो जाए नाराज
श्राद्ध पक्ष में अपने पितरों की आत्मा शांति, उनकी तृप्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हर इंसान को अपने पितरों का श्राद्ध जरूर करना चाहिए।
जो व्यक्ति अपने पूर्वजों की संपत्ति का उपयोग करते हैं, लेकिन उनका श्राद्ध तर्पण नहीं करते हैं तो, ऐसे लोगों को पितृ दोष दवारा कई तरह के दुखों का सामना करना पड़ता हैं।
जानते हैं कि श्राद्ध में कौन से कार्य नहीं करने चाहिए और कौन से कार्य करने चाहिए।
श्राद्ध में क्या न करें?
रात में कभी भी श्राद्ध नहीं करना चाहिए, क्योंकि रात को राक्षसी का समय माना गया है।
संध्या के वक़्त भी श्राद्ध नहीं करना चाहिए।
श्राद्ध में कभी भी मसूर की दाल, मटर, राजमा, कुलथी, काला उड़द, सरसों एवं बासी भोजन आदि का प्रयोग करनावर्जित माना गया है।
श्राद्ध के वक़्त घर में तामसी भोजन नहीं बनाना चाहिए।
इस समय हर तरह के नशीले पदार्थों के सेवन से दूरी बनानी चाहिए।
पितृ पक्ष के दिनों में शरीर पर तेल, सोना, इत्र और साबुन आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए।
श्राद्ध करते समय क्रोध, कलह और जल्दबाजी नही करनी चाहिए।