Shradh Paksha: 16 दिनों तक चलते वाले इस सोलह श्राद्ध में पितरों की शांति और मुक्ति के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है। 01 अक्टूबर को श्राद्ध का तीसरा दिन रहेगा। यानी तृतीया का श्राद्ध रखा जाएगा। आओ जानते हैं कि इस दिन कब तक रहेगी तृतीया तिथि और क्या है श्राद्ध करने का मुहूर्त और विधि। इस दिन खासकर किन लोगों का करते हैं श्राद्ध। तृतीया श्राद्ध को तीज श्राद्ध के नाम से भी जाना जाता है।
तृतीया तिथि प्रारंभ: 01 अक्टूबर 2023 को सुबह 09 बजर 41 मिनट से।
तृतीया तिथि समाप्त: 02 अक्टूबर 2023 को सुबह 07 बजकर 36 मिनट पर समाप्त।
किन पितरों के लिए किया जाता है तृतीया के दिन श्राद्ध :
1. तृतीया के दिन जिन लोगों का देहांत अर्थात् तिथि अनुसार दोनों पक्षों (कृष्ण या शुक्ल) पक्ष की तृतीया तिथि हो हुआ है, उनका श्राद्ध इस दिन किया जाता है। तृतीया तिथि के दिन स्वर्गवासी माता, पिता का श्राद्ध एवं तर्पण मृत्यु तिथि के अनुसार पितृ पक्ष की तृतीया को किया जाता है।
रखें ये सावधानियां :
1. इस दिन गृह कलह न करें।
2. चरखा, मांसाहार, बैंगन, प्याज, लहसुन, बासी भोजन, सफेद तील, मूली, लौकी, काला नमक, सत्तू, जीरा, मसूर की दाल, सरसो का साग, चना आदि वर्जित माना गया है।
3. शराब पीना, मांस खाना, श्राद्ध के दौरान मांगलिक कार्य करना, झूठ बोलना और ब्याज का धंधा करने से भी पितृ नाराज हो जाता हैं।