श्रावण मास में शिवजी को चढ़ने वाले पुष्प भी चारों ओर खिल उठते हैं ताकि भक्तगणों को पूजन सामग्री में कोई कमी नहीं आए। आक के फूल, बेलपत्र, धतूरे के फल, नीले पुष्प आदि। शिवजी को प्रसन्न करने हेतु सफेद आंकड़े के फूलों को चढ़ाकर प्रसन्न किया जा सकता है।
यूं तो मंत्र कई हैं लेकिन आज के युग में जल्द फलदायी होने वाला व सबसे प्रिय शिव मंत्र महामृत्युंजय मंत्र से दूसरा और कोई नहीं है। यह रोग, शोक, दु:ख, जरा व मृत्यु के बंधनों से मुक्ति देने वाला सर्वश्रेष्ठ मंत्र माना गया है।
मेष व वृश्चिक राशि वाले 109 बार कनेर के फूलों से, जो गुलाबी या लाल हो, चढ़ाते हुए मंत्र का जाप करें।
धनु व मीन राशि वाले पीले फूल व हल्दी की माला से मंत्र का जाप करें।
मकर व कुंभ राशि वाले नीले फूलों को चढ़ाएं व नीलांजनी माला से जाप करें।