Sawan pradosh vrat 2023: सावन माह में प्रदोष का व्रत रखने का खासा महत्व है। जिस तरह एकादशी श्रीहरि विष्णु का दिन है उसी तरह प्रदोष भगवान शिव का व्रत रखने का खास दिन है। जब यह यह प्रदोष सोमवार को आता है तो इसे सोम प्रदोष और शनिवार को आता है तो शनि प्रदोष कहते हैं। आओ जानते हैं कि इस बार प्रदोष का व्रत कब रखा जाएगा क्या है शुभ संयोग।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:18 से 07:40 तक।
शुभ योग:-
वृद्धि योग : सुबह 08:21 तक
ध्रुव योग : सुबह 08:21 से अगले दिन सुबह 08:31 तक।