शिव उपासना के 10 पौराणिक राज, जानकर अचंभित रह जाएंगे

हम सभी जानते हैं भगवान शिव की उपासना में बिल्वपत्र का चढ़ावा बहुत ही शुभ और पुण्य देने वाला होता है। बिल्वपत्र का शिव को चढ़ावा जन्म-जन्मान्तर के पाप और दोषों का नाश करता है। किंतु शिवपुराण से साभार आज हम खोल रहे हैं कुछ ऐसे राज जिसमें आप जानेंगे कि बिल्वपत्र के साथ और भी दूसरे फूल-पौधे हैं जो कई गुना फलदायक हैं.... 
1- शास्त्रों के मुताबिक शिव पूजा में एक आंकड़े का फूल चढ़ाना सोने के दान के बराबर फल देता है।

2 - इसी तरह एक हजार आंकड़े के फूल के बराबर शुभ फल एक कनेर का फूल शिवलिंग पर चढ़ाने से मिल जाते हैं।
3- एक हजार कनेर के फूल के बराबर एक बिल्वपत्र फल देता है।

4 - हजार बिल्वपत्रों के बराबर एक द्रोण या गूमा फूल फलदायी होता है।
5- हजार गूमा के बराबर शुभ फल एक चिचिड़ा चढ़ाने से ही मिल जाता है।

6- हजार चिचिड़ा के बराबर शुभ फल एक कुश का फूल चढ़ाने मिल जाता है।
7- हजार कुश फूलों के बराबर फल एक शमी का पत्ता ही दे देता है।

8- हजार शमी के पत्तों  के बराबर शुभ फल एक नीलकमल देता है।
9- हजार नीलकमल से ज्यादा एक धतूरा फलदायक होता है। 

10- हजार धतूरों से भी ज्यादा एक शमी का फूल शुभ और पुण्य देने वाला बताया गया है।
इस तरह शमी का फूल शिव को चढ़ाना तमाम मनचाही कामनाओं को पाने का सबसे श्रेष्ठ उपाय है।

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