ब्यूनस आयर्स। कर्ज के बोझ, बढ़ती मुद्रास्फीति और घोटालों से घिरी राजशाही के 12 साल के शासन के अंत के बीच फुटबॉल ने पूरे अर्जेंटीना को एक सूत्र में पिरो दिया है और सभी देशवासियों को उम्मीद है कि मेस्सी एंड कंपनी उन्हें इन परेशानियों के बीच मुस्कुराने के मौके देगी।
नीदरलैंड्स पर सेमीफाइनल में पेनल्टी शूटआउट पर मिली जीत ने अर्जेंटीना को बरसों बाद सड़क पर मिलकर जश्न मनाने का मौका दिया। इत्तेफाकन यह देश का स्वतंत्रता दिवस भी था, लिहाजा हजारों की तादाद में नीली और सफेद रंग की टी-शर्ट पहने अर्जेंटीना के लोग देशभर में देर रात तक जश्न में सराबोर रहे।
यहां एक अखबार की दुकान के मालिक ओस्वाल्डो डारिका ने कहा कि हम सभी इस जंग में साथ हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर अच्छा लग रहा है कि बढ़ते अपराधों और मुद्रास्फीति की दरों की बजाय अखबार के पहले पन्ने पर गोलकीपर सर्जियो रोमेरो या सेंट रोमेरो की तस्वीरें हैं जिसने डच टीम की 2 पेनल्टी बचाई।
मशहूर फुटबॉलर डिएगो मेराडोना भी जश्न में शामिल हो गए हैं। उन्होंने ब्यूनस आयर्स में जश्न मनाते प्रशंसकों के फुटेज देख वेनेजुएला के टेलेसुर नेटवर्क से कहा कि आप वहां देखिए, कोई भेदभाव नहीं है। हम सभी अर्जेंटीनाई हैं। लोगों को इस तरह खुश करना कितना खूबसूरत है।
अभी तक राष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडीज ने हालांकि टीम की जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। गले के संक्रमण से जूझ रही फर्नांडीज ने ट्विटर पर भी कुछ नहीं लिखा है। (भाषा)