अलविदा, अंडरटेकर

[ "जैसे ही आपको "चर्च बेल्स" सुनाई दें, मान लीजिए आपकी शामत आने वाली है!" ("द अंडरटेकर" के मिथ से जुड़ी चर्चित कहावत) ]
 
रोमनों ने "ग्लैडिएटर्स" रचे थे, अमेरिका ने "द अंडरटेकर!" यह एक संयोग ही है कि "डब्ल्यूडब्ल्यूई" के इस सबसे क़द्दावर "दैत्य" को "रेसलमैनिया 33" के अपने आख़िरी प्रोफ़ेशनल मुक़ाबले में "रोमन रेन्स" के हाथों ही हार का सामना करना पड़ा। हार के बाद "द अंडरटेकर" ने अपने ग्लोव्ज़, हैट और कोट रिंग में उतारकर रख दिए और दर्शकों का अभिवादन करते हुए अंधकार में खो गया। क्या यह "द अंडरटेकर" की तरफ़ से उस रिंग को अलविदा का संकेत था, जिसने पिछले सत्ताइस सालों में उससे बड़ा कोई "चैंपियन" नहीं देखा था, सबसे बढ़कर जिसने पिछले सत्ताइस सालों में उससे बड़ी किसी और "किंवदंती" को जन्म नहीं दिया था?
 
क्योंकि "द अंडरटेकर" कुछ नहीं है, अगर वो एक "मिथक" और "किंवदंती" नहीं है। पेशेवर रे‍सलिंग की दुनिया में इसे "गिमिक" कहते हैं। जिस तरह से माइकल जैक्सन ने "म्यूज़िकल परफ़ॉर्मेंस" को एक भव्य "स्पेक्टेकल" में बदल दिया था, उसमें अनेक दंतकथाओं और फ़ंतासियों का समावेश कर दिया था, ऐन वही काम "द अंडरटेकर" ने "डब्ल्यूडब्ल्यूई" के लिए किया। उसे "डेडमैन" कहकर पुकारा गया। उसे "लॉर्ड ऑफ़ द डार्कनेस" कहा गया। एक "डार्क थीम" उसके इर्द-गिर्द बुनी गई। यह कहा गया कि "द अंडरटेकर" अलौकिक और सुपरनेचरल शक्त‍ियों से लैस है, अतींद्रिय दुनिया से उसका वास्ता है, और वह गहरे रहस्यों की संतान है। "द अंडरटेकर" की आमद का ऐलान "चर्च बेल्स" के साथ होता था और एक हॉन्ट‍िंग थीम संगीत बजने लगता था। उसके इशारे पर जब एरिना में बिजलियां कड़कतीं, नीली रोशनियां जाग उठतीं और रिंग ध्वस्त होकर नीचे गिर जाती तो दर्शक उन्मत्त होकर आपा खो बैठते। पॉल बेअरर "द अंडरटेकर" का लेजेंडरी मैनेजर था, लोमहर्षक चेहरे वाला एक "हिस्टीरिकल" फ़िगर, जो अपने साथ कांसे का एक जादुई बर्तन लिए चलता था। "द अंडरटेकर" के मिथ के निर्माण में "हिडीयस फ़ेस" पॉल बेअरर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
 
"द अंडरटेकर" का रूप धरने से पहले मार्क विलियम कैलेवे "टेक्सस रेड" और "मीन मार्क कैलस" के नाम से कुश्ती के मुक़ाबले लड़ चुका था। वर्ष 1990 में वह "डब्ल्यूडब्ल्यूई" (जिसे कि उस समय "डब्ल्यूडब्ल्यूएफ़" के नाम से जाना जाता था) से जुड़ गया और उसके बाद वर्ल्ड रेसलिंग फ़ेडरेशन और "द अंडरटेकर" एक-दूसरे के पर्याय बन गए। प्रोफ़ेशनल रे‍सलिंग की दुनिया में "द अंडरटेकर" से बड़ा कोई नाम नहीं है। लगातार 21 मैच जीतकर (इसे "द अंडरटेकर स्ट्रीक" के नाम से जाना जाता है) उसने जो कीर्तिमान रचा है, उसकी कोई तुलना नहीं है।
 
1994 में एक मुक़ाबला हारने के बाद "द अंडरटेकर" सात महीनों के लिए प्रोफ़ेशनल रेसलिंग से बाहर हुआ। रिंग में उसकी वापसी को एक "डेडमैन" या "मृतक" की वापसी कहा गया। "द अंडरटेकर" अकसर किसी ताबूत में लेटकर रिंग में आता, उससे बाहर निकलता, प्रतिद्वंद्वी का कचूमर बना देता और फिर जाकर ताबूत में लेट जाता। केन के साथ मिलकर उसने "ब्रदर्स ऑफ़ डिस्ट्रक्शन" का "गिमिक" रचा। 2003 में केन ने "द अंडरटेकर" की मृत्यु की घोषणा की, बाद उसके 2004 में रेसलमेनिया के 20वें एडिशन में "द अंडरटेकर" ने जिस अंदाज़ में वापसी की, वह "रिटर्न ऑफ़ द डेडमैन" के नाम से एक किंवदंती बन चुकी है।
 
अमेरिका एक "पुरुष मुल्क़" है। वो हद्द दर्जे का "मैस्क्यूलिन स्टेट" है और प्रतिस्पर्धा और विजय की भाषा ही समझता है। 
 
"डब्ल्यूडब्ल्यूई" अमेरिकी भावबोध का सहज उत्पाद है। हिंसा, क्रूरता, सैडिज़्म, सिनिसिज़्म, रक्तपात और विरेचन का सौंदर्यशास्त्र। डब्ल्यूडब्ल्यूई की दुनिया में सबकुछ "स्टायलाइज़्ड" है, शैलीकृत है। आप उसे "फ़ेक" कहकर निरस्त नहीं कर सकते, वो अपने आपमें एक "आर्ट फ़ॉर्म" है और "द अंडरटेकर" उसका सबसे बड़ा "शो-मैन" है। जी नहीं, नाक-भौं मत सिकोड़िए, आज तक किसी भी प्रोफ़ेशनल रेसलर ने किसी की हत्या नहीं की है, जबकि अमन का हवाला देने वाले मज़हबों ने करोड़ों लोगों की जान ली है। चीज़ों को सही परिप्रेक्ष्य में देखने की कोशिश कीजिए।
 
जिस अंदाज़ में "द अंडरटेकर" ने इस बार विदा कहा है, उसे देखते हुए इस बात के आसार कम ही हैं कि अब वह लौटकर आएगा। बहरहाल, जब-जब "रेसलमैनिया" का आयोजन होगा, उसके हिंसक मुक़ाबलों को देखने वालों को "चर्च बेल्स" सुनाई देने का इंतज़ार अवश्य रहेगा। "द अंडरटेकर" ने इतनी बार मृत्यु से वापसी की है कि उसके अमरत्व में अब किसी को कोई संदेह नहीं रह गया है। वह "द अंडरटेकर" है, उसकी किसी और से तुलना नहीं की जा सकती। वी शैल मिस यू चैंपियन!
 

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