लगातार आउट - कभी-कभी आउट होने वाले बल्लेबाज भी ऐसे रिकॉर्ड बना लेते हैं, जिनकी ओर किसी का ध्यान ही नहीं जाता है। आइए, जरा अलग-अलग प्रकार से लगातार आउट होने का रिकॉर्ड देखें-
लगातार कैच आउट - टेस्ट क्रिकेट में लगातार कैच आउट होने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान के नाम है। इमरान खान अगस्त 1982 से नवंबर 1986 तक लगातार 19 पारियों में कैच आउट हुए थे। इमरान खान ने हो दिग्गज बल्लेबाजों का रिकॉर्ड तोड़ा था। ये दो बल्लेबाज थे- कॉलिन काउड्रे और ग्रेग चैपल। ये दोनों टेस्ट क्रिकेट में लगातार 17-17 बार कैच आउट हुए थे।
लगातार बोल्ड आउट : टेस्ट क्रिकेट में लगातार बोल्ड आउट होने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के ब्रूस यार्डली के नाम पर है। नवंबर 1981 से मार्च 1982 तक यार्डली 9 बार बोल्ड आउट हुए थे।
लगातार एल.बी.डब्ल्यू. : लगातार एल.बी.डब्ल्यू. आउट होने का रकॉर्ड अनोखा ही कहा जाएगा। यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के डब्ल्यू. वाटसन के नाम है, जो लगातार सात पारियों में एल.बी.डब्ल्यू. आउट हुए थे।
लगातार स्टंप आउट : लगातार स्टंप आउट होने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के दो बल्लेबाज टॉम हेवार्ड और एम.जे. मिल्टन के नाम है। ये दोनों बल्लेबाज लगातार तीन पारियों में स्टंप आउट हुए।
लगातार रन आउट : लगातार तीन पारियों में रन आउट होने का रिकॉर्ड सिर्फ एक बल्लेबाज जॉन जेमसन के नाम है। वे बल्लेबाज इंग्लैंड का है।
लगातार हिट विकेट : जी हाँ ! यह रिकॉर्ड है ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल पांसफोर्ड का, जो दो लगातार टेस्ट पारियों में हिट विकेट आउट हुए। वैसे मजेदार बात यह है कि हिट विकेट आउट होने वाली इन दो लगातार पारियों में पांसफोर्ड ने 181 और 266 रन के स्कोर बनाए थे।
लगातार आउट नहीं : अगर लगातार पारियों में आउट न होने का रिकॉर्ड रोचक नहीं है? तो क्रिकेट में कुछ भी रोचक नहीं है। शायद यह रिकॉर्ड दो बल्लेबाजों वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज ए. वेलंटाइन और कीवी इवान चैटफील्ड के नाम है। ये दोनों लगातार आठ पारियों में आउट नहीं हुए थे।
ग्रेगरी परिवार का 'शून्य' - ग्रेगरी परिवार 0 से किस तरह जुड़ा है, जरा देखिए- क्रिकेट इतिहास के 1877 में सबसे पहले टेस्ट में खेलने वाले एडवर्ड ग्रेगरी, उनके पुत्र सिड ग्रेगरी और उनके भतीजे जैक ग्रेगरी ने अपने-अपने टेस्ट जीवन की शुरुआत 0 से की थी।