अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने उतरेंगे जुडोका

बुधवार, 23 जुलाई 2014 (22:56 IST)
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ग्लास्गो। राष्ट्रमंडल खेलों में 12 साल बाद जूडो की वापसी हुई है और गुरुवार से यहां अपने अभियान की शुरुआत करने वाले भारतीय जुडोका अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए आश्वस्त हैं।

राष्ट्रमंडल खेलों में तीसरी बार जूडो को शामिल किया गया है। इससे पहले 1990 में ऑकलैंड और 2002 में मैनचेस्टर में यह इन खेलों का हिस्सा था और इन दोनों खेलों में भारत ने दो-दो पदक जीते थे। भारत की वर्तमान टीम में सात पुरुष और सात महिला खिलाड़ी हैं और उन्हें इस बार चार से पांच पदक जीतने की उम्मीद है।

महिला कोच वीरेंद्र सिंह ने कहा कि 14 सदस्‍यीय भारतीय टीम ने खेलों से पहले ताशकंद और फिर हंगरी के दौरे में अच्छी तैयारियां की हैं। उन्होंने कहा कि भारत को चार या पांच पदक जीतने चाहिए। स्वयं राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता वीरेंद्र ने कहा, हमारा ताशकंद का 15 दिन का दौरा अच्छा रहा।

इसके बाद टीम हंगरी में गांप्री प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए गई। ये दौरे खिलाड़ियों के लिए काफी उपयोगी रहे और हमें चार से पांच पदक की उम्मीद है। पुरुष टीम के कोच रामेश्वर दत्त मुदगिल ने कहा, भारत ने 1990 में दो कांस्य और फिर मैनचेस्टर में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था। हम हमारा लक्ष्य कम से कम चार पदक जीतना है। यदि ऐसा होता है तो यह भारत का राष्ट्रमंडल खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होगा।

उन्होंने कहा, कल हमारे जो पांच जुडोका खेलेंगे उनमें से हमें तीन से पदक की उम्मीद है। भारतीय जुडोकाओं में कल महिला वर्ग में सुशीला लिकमाबम (48 किग्रा), कल्पना तोडम (52 किग्रा) और शिवानी (57 किग्रा) में जबकि पुरुष वर्ग में नवजोत चाना (60 किग्रा) और मंजीत नंदल (66 किग्रा) में अपना भाग्य आजमाएंगे। (भाषा)

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