भारतीय हॉकी टीम के धुरंधर गोलकीपर बलजीत सिंह आँख की चोट का उपचार अमेरिका के जोंस होपकिंस अस्पताल में कराएँगे। खेल मंत्रालय इस दौरे का सारा खर्च उठाने को राजी हो गया है।
खेल मंत्रालय ने इस दौरे का खर्चा उठाने पर सहमति जता दी है, जिससे इस खिलाड़ी के अमेरिका में उपचार कराने का रास्ता साफ हो गया है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि खेल मंत्रालय ने भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक को मंजूरी दे दी है कि मंत्रालय उनका पूरा खर्च वहन करेगा।
उन्होंने कहा कि साई अधिकारियों और एम्स के नेत्र विभाग के प्रमुख के बीच तीन-दिन तक चली बातचीत के बाद उन्हें उपचार के लिए जोंस होपकिंस इंस्ट्टीयूट भेजने का फैसला किया गया।
अमेरिका के सुपर तैराक माइकल फेल्प्स ने भी बचपन में इसी अस्पताल में अपना इलाज कराया, जब वह ‘एटेंशन हाइपएक्टिव डिसआर्डर’ से पीड़ित थे।
हॉकी इंडिया के सचिव मोहम्मद असलम खान ने कहा कि हम मंत्रालय से उनकी यात्रा के लिए सारा इंतजाम करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। जैसे ही औपचारिकताएँ पूरी होती हैं, वह इलाज के लिए अमेरिका चला जाएँगा।
असलम ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि बलजीत वापस मैदान में लौटेंगे और हॉकी इंडिया उसके साथ है। भारतीय ओलिमिपक संघ के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी एम्स में बलजीत से मिलने गए और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की।
कलमाड़ी ने कहा कि चोटिल खिलाड़ी की वीजा प्रक्रिया के लिए वह विदेश मंत्रालय से संपर्क में हैं। बलजीत के पिता के उनके साथ जाने की उम्मीद है, लेकिन उनके पास पासपोर्ट नहीं है। कलमाड़ी ने कहा कि वह कम समय में जल्द से जल्द ऐसा कराने की कोशिश करेंगे।