विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद को नार्वे के मेग्नस कार्लसन ने यहाँ बिल्बाओ ग्रैंड शतरंज फाइनल में पाँचवें राउंड की बाजी में ड्रॉ पर रोक दिया।
पाँचवें राउंड की सभी बाजियाँ ड्रॉ रहीं1 चार लाख यूरो इनामी राशि वाले इस छह खिलाड़ियों के डबल राउंड रॉबिन मुकाबले में बुल्गारिया के वेसेलीन तोपालोव अब भी शीर्ष पर बरकरार हैं1 टूर्नामेंट में अभी पाँच राउंड और खेले जाने हैं।
पाँच राउंड के बाद तोपालोव नौ अंकों के साथ अंक तालिका में शीर्ष पर हैं। कार्लसन आठ अंकों के साथ दूसरे और आर्मेनिया के लेवोन अरोनियन छह अंकों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
आनंद चार अंकों के साथ अजरबैजान के तैमूर राद्जाबोव और यूक्रेन के वेसिली इवानचुक के साथ संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर हैं। इस टूर्नामेंट में फुटबॉल की तरह की स्कोरिंग प्रणाली को अपनाया गया है, जिसमें खिलाड़ी को जीत पर तीन और ड्रॉ पर एक अंक दिया जाता है।
कार्लसन ने बाजी की शुरुआत आक्रामक ढंग से की। उन्होंने रूई लोपेज पद्धति में शीलमैन डिफेंस का सहारा लेते हुए भारतीय खिलाड़ी को चौंका दिया। हालाँकि बीच में आनंद एक बारगी मजबूत स्थिति में पहुँच गए थे, लेकिन 20वीं चाल में वह गलती कर बैठे और उन्हें एक महत्वपूर्ण मोहरा गँवाना पड़ा।
इसके बाद भारतीय खिलाड़ी रक्षात्मक हो गए और ड्रॉ के लिए रास्ता खोजने लगे। अंततः 36वीं चाल के बाद दोनों खिलाड़ी ड्रॉ के लिए सहमत हो गए। उधर तोपालोव और इवानचुक तथा राद्जाबोव और अरोनियन के बीच पाँचवें राउंड की बाजियाँ भी ड्रॉ पर छूटी।