पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने 2010 में भारत में होने वाले विश्वकप को देखते हुए अपनी राष्ट्रीय टीम में भारी फेरबदल किया है और जर्मनी में होने वाले चार देशों के हॉकी टूर्नामेंट से कई सिनीयर खिलाड़ियों का पत्ता काट दिया है।
पाकिस्तानी हॉकी टीम बीजिंग ओलिम्पिक में आठवें स्थान पर रही थी। इसे देखते हुए पीएचएफ ने डिफेंडर जीशान अशरफ (फॉरवर्ड), रेहान बट्ट (मिडफिल्डर) मोहम्मद सकलैन, अदनान मकसूद और गोलकीपर सलमान अकबर को जर्मनी में होने वाले चार देशों के हॉकी टूर्नामेंट के लिए संभावित 37 खिलाड़ियों की सूची से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
समाचार पत्र 'द न्यूज' ने पीएचएफ के सचिव आसिफ बाजवा के हवाले से लिखा है हम अगले विश्वकप और ओलिम्पिक तैयारियों को ध्यान में रखते हुए नई टीम बना रहे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जर्मनी में होने वाले चार देशों के टूर्नामेंट में शामिल नहीं किए गए सीनियर खिलाड़ियों को निकाल दिया गया है।
वास्तव में हमने तो उनसे पूछकर उन्हें आराम दिया है। गौरतलब है कि पाकिस्तान बीजिंग ओलिम्पिक में ब्रिटेन और न्यूजीलैंड जैसी कमजोर टीमों के खिलाफ मुकाबले हारकर आठवें स्थान पर रहा था। पाकिस्तान का ओलिम्पिक इतिहास में यह सबसे खराब प्रदर्शन था।