पिछले महीने ओलिम्पिक के अभूतपूर्व आयोजन के बाद चीन ने एक बार फिर विश्व को चकाचौंध कर दिया जब बर्ड्स नेस्ट स्टेडियम में पैरालम्पिक खेलों का उद्घाटन किया गया।
जिस देश में विकलांगो को काफी लंबे समय तक पक्षपात सहन किया है उस देश में होने वाली इस प्रतियोगिता की थीम 'एक विश्व एक सपना' और समानता, अखंडता और उत्कृष्टता रखी गई।
पिछले महीने 24 अगस्त को समाप्त हुए ओलिम्पिक में विश्व भर में अरबों लोगों ने इसका आनंद उठाया था। इसके एक हफ्ते बाद फिर बीजिंग इन खेलों के कारण आकर्षण का केंद्र रहेगा।
यह उद्घाटन समारोह साढ़े पाँच बजे शुरू हुआ। उद्घाटन के दौरान स्टेडियम पटाखों से गूँज उठा और पूरा आसमान रोशनी से सराबोर हो गया। दर्शकों ने झंडा फहराकर इसमें अपना योगदान दिया।
चीन के दूतावास के प्रवक्ता ने बताया कि ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद चीन के राष्ट्रपति हू जिन्ताओ से बात करने के बाद इस समारोह में शिरकत करेंगे।
करीब 150 देश और क्षेत्रों के 4000 से ज्यादा एथलीट 20 खेलों में 472 स्वर्ण पदक के लिए एक-दूसरे के सामने होंगे। सभी स्पर्धाऐँ बर्ड्स नेस्ट नेशनल स्टेडियम और वाटर क्यूब में आयोजित की जाएँगी।
अंतरराष्ट्रीय पैरांलपिक समिति के अध्यक्ष फिलिप क्रावेन ने कहा इसमें पहले से ज्यादा देश हिस्सा ले रहे हैं। इस बार काफी खेल और पहले से ज्यादा एथलीट शिरकत करेंगे। यह परालंपिक मूवमेंर्टं के लिए अच्छी खबर है।
उन्होंने कहा खेलों की स्पर्धाओं का आयोजन शानदार होगा। यह परांलपिक के लिये यह दिखाने का बेहतरीन मौका है कि वे क्या कर सकते हैं और दिखा सकते हैं कि वे ओलिम्पिक एथलीटों के बराबर ही हैं।
मेजबान देश ने 2004 एथेंस पैरालम्पिक में 63 स्वर्ण पदक अपने नाम कर शीर्ष स्थान हासिल किया था। इसके बाद ब्रिटेन और कनाडा रहे थे। इस बार भी उम्मीद है कि चीन अपना दबदबा बरकरार रखेगा और स्वर्ण पदकों की संख्या पिछले महीने हुए ओलिम्पिक से ज्यादा भी हो सकती है।