भारतीय ग्रां प्री फार्मूला वन कार रेस का लोगो जारी

सोमवार, 25 अप्रैल 2011 (21:15 IST)
भारत में पहली बार आयोजित होने जा रही फार्मूला वन कार रेस के लिए राजधानी से सटे ग्रेटर नोएडा में 1700 करोड़ रुपए की लागत से बना बुद्व इंटरनेशनल सर्किट तैयार हो चुका है। इस ग्रां प्री के लोगो (प्रतीक चिन्ह) का आज यहां अनावरण किया गया।

जेपी ग्रुप के मुख्यकार्यकारी अध्यक्ष मनोज गौड़ ने बताया कि भारत को पहली बार फार्मूला वन ग्रां प्री की मेजबानी का मौका मिला है, जो यहां बुद्व इंटरनेशनल सर्किट पर इस साल 31 अक्टूबर से आयोजित की जाएगी।

यूरोप और एशिया के अन्य देशों में फार्मूला वन कार रेस काफी मशहूर है लेकिन भारत में इसका ट्रैक नहीं होने के कारण हमें अभी तक इस खेल की मेजबानी का मौका नहीं मिला था।

गौड ने बताया कि पिछले ढाई साल के करीब छह हजार मजदूर लगभग पाँच किलोमीटर इस बुद्व इंटरनेशनल सर्किट को बनाने को तैयार करने में लगे हुए हैं। इस ट्रैक की चौड़ाई करीब 10 से 14 मीटर है, जिसमें करीब 16 मोड़ हैं।

उन्होंने बताया कि एफआईए से मान्यता प्राप्त फार्मूला वन की इस रेस को देखने के लिए देश विदेश से करीब एक लाख लोग आएँगे। इस रेस को देखने के लिए ढाई हजार से लेकर करीब एक लाख रुपए तक का टिकट हो सकता है जबकि छात्रों को रियायत आदि देने के बारे में टिकट कमेटी विचार कर रही है।

यह पूछने पर कि इस प्रतियोगिता का भी राष्ट्रमंडल खेलों की तरह ऐन मौके तक काम तो नहीं चलेगा? गौड़ ने कहा यह रेस अक्टूबर में होगी और 15 अगस्त को झंडा वहीं फहराया जाएगा। आने वाली बारिश की भी हमें चिंता नहीं है क्योंकि एफएआई विशेषों की देखरेख में इस रेस का ट्रैक पहले ही बन कर तैयार हो चुका है और साज सज्जा का जो काम शेष है, वह जुलाई तक हो जाएगा।

यह पूछने पर एक सप्ताह की ग्रां प्री दौड के लिए 1700 करोड़ खर्च करने की क्या जरूरत थी गौड़ ने कहा कोई न कोई कभी न कभी पहल तो करता ही है जेपी स्पोर्टस इंटरनेशनल लिमिटेड (जेपीएसआई) इसका जिम्मा लिया है हम इस दौड़ को सफलतापूर्वक आयोजित कर देश के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं। इसके अलावा यहां अन्य मोटरस्पोटर्स भी आयोजित किये जाएंगे।

उन्होंने कहा हमें अपनी जिम्मदारी का अहसास है और हम चाहते हैं कि विदेश और देश के कोने-कोने से इस रेस को देखने वाले लोग तारीफ करके अपने देश जाए। इस रेस को देखने आने वालों को किसी प्रकार परेशानी नहीं हो, इसका पूरा पूरा ध्यान रखा जाएगा। (भाषा)

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