लिएंडर पेस और महेश भूपति की विश्व की पूर्व नंबर एक जोड़ी को बेशक भारतीय टेनिस इतिहास की सबसे दु:खद घटना माना जाता हो, लेकिन भूपति को आज भी पेस के साथ जोड़ी टूटने का कोई मलाल नहीं है।
भारत के सबसे सफल ग्रैंड स्लैम युगल खिलाड़ी भूपति ने बीबीसी हिंदी से कहा मुझे अपने पुराने पार्टनर पेस के साथ जोड़ी टूट जाने का कोई दुःख नहीं है। हम दोनों अपनी-अपनी जगह पर खुश हैं। हम दोनों के अपने-अपने पार्टनर हैं और यूँ भी हम एक-दूसरे की जिंदगी का हिस्सा नहीं हैं।
कभी 'इंडियन एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर पेस-भूपति की जोड़ी कुछ लोगों के लिए भले ही बीते जमाने की बात हो गई हो, लेकिन भूपति को अब भी लगता है कि पेस के साथ वह भविष्य में देश हित में जोड़ी बना सकते हैं।
उन्होंने कहा भविष्य में पेस के साथ टीम बनाना सभी के हित में होगा। अगर ऐसा होता है तो यह सभी के लिए अच्छा रहेगा। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले भूपति ने ही संकेत दिया था कि वह अगले साल पेइचिंग में होंने वाले ओलिंपिक खेलों में पेस के साथ कोर्ट पर उतर सकते हैं ताकि देश के लिए पदक जीतने की संभावना मजबूत हो सके।
गत वर्ष दिसम्बर में दोहा एशियाई खेलों में तमाम विरोधाभास के बावजूद दोनों कोर्ट पर एक साथ उतरे थे और युगल का सोना जीता था। हालाँकि इसके कुछ ही दिनों बाद पेस ने भूपति के साथ किसी भी प्रतियोगिता में जोड़ी बनाने से साफ इनकार कर दिया था। भूपति विम्बलडन टूर्नामेंट में सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल में खेल रहे हैं।
सानिया के साथ कोर्ट में तालमेल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सानिया के साथ जोड़ी बहुत बढ़िया बनी है। स्पर्द्धा के पहले मैच में थोड़ी बहुत दिक्कत तो होती ही है। आने वाले मैचों में हम और अच्छा प्रदर्शन करेंगे। भूपति-सानिया ने मिश्रित युगल के पहले मैच में चेक गणराज्य के डेविड स्कॉच और स्लोवॉकिया की जेनेट हुसारोवा को लगातार सेटों में 6-3, 6-4 से परास्त किया था।
भारतीय टेनिस के भविष्य के बारे में उन्होंने कहा कि अभी तो ऐसा कोई खिलाड़ी दिखाई नहीं देता जो ग्रैंडस्लैम स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करे। अभी पाँच-छह साल और इंतजार करना पड़ेगा, तब जाकर शायद कोई सानिया सरीखा खिलाड़ी सामने आए।