भारत दौरे पर आने से पहले भारतीय फुटबाल के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल करने वाले पूर्व फ्रांसीसी खिलाड़ी विकास धोरासू ने शनिवार को कहा कि बाब हाटन की टीम की वर्तमान प्रगति को देखते हुए वह आने वाले वर्षों में विश्व कप में जगह बना सकती है।
विश्व कप में खेलने वाले भारतीय मूल के एकमात्र खिलाड़ी धोरासू ने कहा 'जब मैंने भारतीय दौरे की योजना बनायी तो यहाँ की फुटबाल के बारे में भी काफी अध्ययन किया। भारतीय टीम ने पिछले कुछ समय में अच्छी प्रगति की है और यदि वह इसे बरकरार रखती है तो मुझे उसके विश्व कप में जगह न बना पाने का कोई कारण नहीं दिखता।'
'डीएससी साकर बालक की खोज' के तहत पहली बार भारत आए धोरासू ने हालाँकि कहा कि यदि फ्रांसीसी क्लब और भारत एक दूसरे से मैचों का आदान प्रदान करते हैं तो इससे सभी का विशेषकर भारतीय फुटबाल का काफी फायदा होगा। यह कार्यक्रम लंदन स्थित कन्सोर्टियम ऑफ स्ट्रीट चिल्ड्रन ने आयोजित किया है।
धोरासू ने कहा कि मैं भी भारतीय फुटबॉल के विकास में मदद करना चाहता हूँ और मैं चाहूँगा कि भारत और फ्रांस एक दूसरे से फुटबॉल के क्षेत्र में रिश्ते मजबूत करें। इससे सभी को फायदा होगा।
धोरासू ने इस साल फरवरी में ज्यूरिख स्थित फीफा मुख्यालय में जाकर भारतीय फुटबॉल के विकास में मदद करने की बात कही थी लेकिन आज उन्होंने साफ किया कि अभी इस तरफ कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अभी इस पर आगे चर्चा नहीं हुई है और मैं फीफा से किसी तरह से नहीं जुड़ा हूँ।
यह मिडफील्डर जर्मनी में 2006 में खेले गए विश्व कप में फ्रांस की नुमाइंदगी करने को अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ दौर मानते हैं। उन्होंने कहा 'मैं विश्व कप के अधिक मैचों में नहीं खेला लेकिन मैंने वहाँ हर क्षण का भरपूर लुत्फ उठाया। दुर्भाग्य से हम फाइनल में हार गए लेकिन मेरे लिए बेहतरीन अनुभव था।'
एसी मिलान के क्लेरिस सिड्राफ और शेवचेंको को अपना पसंदीदा खिलाड़ी मानने वाले धोरासू ने स्वीकार किया कि अश्वेत होने के कारण फ्रांस में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा 'मुझे पुलिस ने रोका। आबकारी अधिकारियों ने मुझसे कई बार पूछताछ की लेकिन जब मैंने फुटबाल में नाम कमा लिया तो फिर इन अधिकारियों को शर्मिंदगी भी हुई।'
विश्व कप के दौरान 'सबस्टिट्यूट' नामक फिल्म बनाकर भी चर्चा में रहने वाले धोरासू ने कहा कि फुटबाल अब भी उनकी प्राथमिकता है लेकिन वह मूलभूत सुविधाओं से वंचित बच्चों को इस खेल से जोड़ने और फिल्म निर्माण की तरफ ध्यान दे रहे हैं।